पाठकों को विज्ञान और दर्शन के बीच मानसिक सैर करायेगा नॉवेल ‘कन्फेशन ऑफ ए डाईंग माईंड’
जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव श्री हाउलियान लाल गुइटे द्वारा लिखित अपने दार्शनिक अंदाज से समृद्ध पहले नॉवेल ‘कन्फेशन ऑफ ए डाईंग माईंड’ दि ब्लाईंड फेथ ऑफ एथिज्म का विमोचन नई दिल्ली के सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री किरण रिजुजू द्वारा किया गया। इस अवसर पर यू.पी.एस.सी. के चेयरमैन श्री डेविड आर. स्मिलिह भी उपस्थित थे।
विमोचन के बाद केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री रिजुजू ने कहा कि यह नॉवेल पाठकों को विज्ञान और दर्शन के बीच मानसिक सैर कराएगा। अपनी तरह के दुनिया के पहले इस दार्शनिक नॉवेल से व्यक्ति भगवान एवं विज्ञान के बीच अनसुलझे पहलुओं से रूबरू होगा।
नॉवेल के बारे में जानकारी देते हुए जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव एवं इस उपन्यास के लेखक श्री गुईटे ने कहा कि यह नॉवेल दुनिया का पहला ऎसा नॉवेल है जिसमें तार्किक रूप से भगवान और विज्ञान की गुत्थियों को समझाने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस किताब में विज्ञान की प्रकृति, धर्म, प्रमाण के साथ-साथ प्रेम के पहलुओं को भी बेहद मार्मिक तरीके से बुना गया है। इस किताब में मुख्य रूप से एक ऎसे निरिश्वरवादी किरदार विमर्श है जिसमें वह मौत के बेहद करीब है और वह अपने इस अंत समय में कई अजूबे अनुभव करता है। जिससे उसे जीवन का मतलब और धार्मिक महत्व के साथ साथ भगवान के अस्तित्व के कई अनसुलझे पहलुओं की महसूसता होती है।
उल्लेखनीय है कि नॉवेल के लेखक श्री हाउलियान लाल गुइटे ने 2011 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। वर्तमान में जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव से पहले एस.डी.एम. माउंट आबू और कार्यकारी मजिस्ट्रेट, जयपुर एवं अजमेर नगर निगम के कमिश्नर भी रह चुके हैं। अपने कार्यकाल में श्री गुइटे ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं जिसके लिए उन्हें कई पुरूस्कारों से नवाजा जा चुका है।
जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव श्री हाउलियान लाल गुइटे द्वारा लिखित अपने दार्शनिक अंदाज से समृद्ध पहले नॉवेल ‘कन्फेशन ऑफ ए डाईंग माईंड’ दि ब्लाईंड फेथ ऑफ एथिज्म का विमोचन नई दिल्ली के सिविल सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री किरण रिजुजू द्वारा किया गया। इस अवसर पर यू.पी.एस.सी. के चेयरमैन श्री डेविड आर. स्मिलिह भी उपस्थित थे।
विमोचन के बाद केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री श्री रिजुजू ने कहा कि यह नॉवेल पाठकों को विज्ञान और दर्शन के बीच मानसिक सैर कराएगा। अपनी तरह के दुनिया के पहले इस दार्शनिक नॉवेल से व्यक्ति भगवान एवं विज्ञान के बीच अनसुलझे पहलुओं से रूबरू होगा।
नॉवेल के बारे में जानकारी देते हुए जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव एवं इस उपन्यास के लेखक श्री गुईटे ने कहा कि यह नॉवेल दुनिया का पहला ऎसा नॉवेल है जिसमें तार्किक रूप से भगवान और विज्ञान की गुत्थियों को समझाने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस किताब में विज्ञान की प्रकृति, धर्म, प्रमाण के साथ-साथ प्रेम के पहलुओं को भी बेहद मार्मिक तरीके से बुना गया है। इस किताब में मुख्य रूप से एक ऎसे निरिश्वरवादी किरदार विमर्श है जिसमें वह मौत के बेहद करीब है और वह अपने इस अंत समय में कई अजूबे अनुभव करता है। जिससे उसे जीवन का मतलब और धार्मिक महत्व के साथ साथ भगवान के अस्तित्व के कई अनसुलझे पहलुओं की महसूसता होती है।
उल्लेखनीय है कि नॉवेल के लेखक श्री हाउलियान लाल गुइटे ने 2011 बैच के आई.ए.एस. अधिकारी हैं। वर्तमान में जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव से पहले एस.डी.एम. माउंट आबू और कार्यकारी मजिस्ट्रेट, जयपुर एवं अजमेर नगर निगम के कमिश्नर भी रह चुके हैं। अपने कार्यकाल में श्री गुइटे ने कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं जिसके लिए उन्हें कई पुरूस्कारों से नवाजा जा चुका है।
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