लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेटर’(एलबीआई) स्थापना में राजस्थान देश में अग्रणी



केन्द्र सरकार के सहयोग से राज्य में 8 लाईवलीहुड बिजनेस इंक्यूबेटर स्थापित किए जा रहे हैं। प्रमुख शासन सचिव एमएसएमई श्री सुबोध अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह इंक्यूबेटर जयपुर, उदयपुर, अलवर, कोटा, अजमेर बीकानेर और जोधपुर, झालवाड़ में स्थापित किए जा रहे हैं।
‘उद्यम एवं कौशल विकास’ के तहत ‘लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेटर’(एलबीआई) की शुरुआत की गई। 

देश में अब तक 55 एलबीआई स्वीकृत हुए हैं जिनमें से सर्वाधिक 8 एलबीआई राजस्थान के हैं। इस तरह आजीविका आधारित इनक्यूबेटर स्थापित करने में राजस्थान देश में अग्रणी प्रदेश हो गया है।

राज्य में युवाओं को स्वरोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए चरणबद्ध तरीके से सभी जिलों में ‘लाइवलीहुड बिजनेस इनक्यूबेटर’ स्थापित किए जाएंगे। इन आजीविका आधारित इनक्यूबेटर की स्थापना से स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण देने के साथ ही केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं में ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा। राज्य में प्रोड्क्शन सेन्टर उदयपुर, आई.टी.आई. जयपुर, आई.टी.आई. रामगढ़ (अलवर), राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज झालावाड़, अजमेर एवं बीकानेर, फुटवियर डिजाईन एण्ड डवलपमेन्ट इंस्टीट्यूट जोधपुर एवं राजस्थान टेक्नीकल यूनिवर्सिटी कोटा में स्वीकृत किए गए है। इसमें प्रशिक्षण के साथ ही स्वयं का रोजगार स्थापित कराने के लिए भारत सरकार एवं राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत ऋण स्वीकृृत करा कर स्वयं का उद्यम स्थापित कराया जाएगा ताकि स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार मिल सके।

दुनिया भर में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम नवाचार हब बन गया है। हमारी सरकार ने नए उद्यमों को स्थापित करने के लिए ‘स्टार्ट-अप इंडिया और स्टैण्ड अप इंडिया’ कार्यक्रम शुरू किया है। एस्पायर निधि फंड कृषि क्षेत्र में नवाचार पर ध्यान केंद्रित करके बनाया गया था।’

ये चलेंगे नए कार्यक्रम

एलबीआई कार्यक्रम भावी उद्यमियों को प्रशिक्षित करने के लिए और उन्हें उत्पाद विनिर्माण प्रक्रियाओं, प्रौद्योगिकी विकास, व्यवसाय विकास, विपणन और अन्य कौशल एवं जानकारी प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया है।

एलबीआई पीईटी बोतल बनाने, आरओ प्लांट, बेकरी उत्पादों, मसाला पीसने और पैकिंग, टेलरिंग एवं मशीन कढ़ाई, कंप्यूटर हार्डवेयर एवं नेटवर्किंग, रत्न/ आभूषण बनाने सहित ऐसे ही कई क्षेत्रों में ‘उद्यमिता एवं कौशल विकास’ के 6 सप्ताह के अल्पकालिक कार्यक्रम चलाएगा।

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