धौलपुर में राजस्थान का पहला चाइल्ड फ्रेंडली थाना बनेगा सदर



जयपुर। राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष मनन चतुर्वेदी बुधवार को धौलपुर जिले के 2 दिवसीय दौरे पर पहुॅंची। उन्होंने सदर थाने में बाल संरक्षण इकाई, बाल संपे्रषण एवं किशोर गृह , अम्बेडकर छात्रावास प्रथम और द्वितीय तथा सावित्री बाई फुले कन्या छात्रावास का निरीक्षण किया, बाल संरक्षण से जुडे लोगों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों, प्रबुद्ध नागरिकों  से सर्किट हाउस में बातचीत कर इस क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों में तेजी लाने की बात कही।

राज्य का पहला चाइल्ड फे्रन्डली थाना बनेगा सदर-श्रीमती चतुर्वेदी ने सदर पुलिस थाने को राज्य का पहला चाइल्ड फ्रेन्डली थाना बनाने की घोषणा की। इस थाने की बाल संरक्षण इकाई का प्रभारी रोजाना 3 घण्टे क्षेत्र के विद्यालयों में जाकर बच्चों को पॉक्सो एक्ट, बाल श्रम निषेध कानून, बाल विवाह के नुकसान समझायेगा। क्षेत्र में जो बच्चे शिक्षा से वंचित हैं, उन्हें विद्यालयों में प्रवेश  दिलवाने में मदद करेगा।  चाइल्ड सेल को गुलाबी रंग से पेन्ट किया जायेगा। इस कमरे में बच्चों के खिलौने होंगे व दीवारों को भी बच्चों की रूचि के हिसाब से चित्रित किया जायेगा। इसी पुलिस थाने से राज्य में एक ओर नया प्रयोग शुरू होगा। थाने की बाल संरक्षण इकाई और महिला इकाई का एकीकरण होगा। चतुर्वेदी ने सदर थाने की चाइल्ड हैल्प डैस्क का निरीक्षण किया, बच्चों से सम्बन्धित अपराध रजिस्टर भी देखा। गत 1 माह के भीतर यहॉं पॉस्को का 1 मामला दर्ज हुआ है। आरोपित बालक बाल सम्पे्रषण गृह में है।

मॉं का प्यार दिया राहुल को-शिशु गृह के निरीक्षण में चतुर्वेदी को लगा कि साढे 5 साल के बच्चे राहुल की तबीयत सही नहीं है। समाज कल्याण अधिकारी मनोज आर्य ने बताया कि चिकित्सकों ने मानसिक विमन्दित बताया है। इस पर चतुर्वेदी के ऑंसू झलक आये। उन्होंने 15 मिनट तक बच्चे की मसाज थैरेपी की, दुलारा। इस पर राहुल मुस्कुराया भी तथा कुछ इशारा किया। चतुर्वेदी ने निर्देश दिए कि बच्चे की रोज मसाज थैरेपी की जाये। इस कार्य में डॉ0 राधेश्याम गर्ग भी सहायता करेंगे। उन्होंने बताया कि ईश्वर की कृपा रही तो प्यार और देखभाल से बच्चा सामान्य जीवन जीने की स्थिति में आ सकता है। राहुल को उसकी मॉं जिला अस्पताल के पालना गृह में एक पत्र के साथ छोड गयी थी। पत्र में उसने मानसिक विमन्दित बच्चे के पालन-पोषण में अपने को मजबूर बताकर उसे सरकार के हवाले करने की बात कही थी। बरसों बाद आज राहुल को अपनी न सही किसी दूसरे की मॉं का प्यार मिला, वह भी खुद की मॉं के प्यार से ज्यादा। उन्होंने शिशु गृह में रह रहे दूसरे  बच्चे हैपी को गोद में खिलाया और दुलार दिया।

छात्रावासों में कूलर लगवायेंगे- अम्बेडकर छात्रावास प्रथम और द्वितीय तथा सावित्री बाई फुले कन्या छात्रावास के निरीक्षण के बाद चतुर्वेदी ने राज्यभर के सरकारी छात्रावासों में कूलर लगवाने की घोषणा की। उन्होंने यहॉं रह रहे बच्चों को अनिवार्य रूप से खेलकूद गतिविधियों से जोडने के निर्देश दिए। राज्यभर के ऎसे बच्चों की  नियमित खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित होगी। उन्होंने बच्चियों के साथ वन्दन गीत गाये तथा संगीत का जीवन में महत्व समझाया। सभी बच्चों से एक-एक पढाई और खेलकूद कर फीडबैक लिया। सभी बच्चों का आगामी 15 दिनों में स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के निर्देश दिए। बच्चों के साथ अन्ताक्षरी खेली।
गायत्री परिवार ले जायेगा अंधेरे से उजाले की ओर-चतुर्वेदी ने बताया कि बाल सम्पेषण गृहों से बच्चों के भागने की घटनाओं का विश्लेषण किया है। इन बच्चों के जीवन में अंधेरा है। इन्हें रचनात्मकता से जोडने के लिए धौलपुर में गायत्री पविवार की मदद लेंगे। इन्हें योग, ध्यान, विपाषना से जोडेंगे।

मिलाप कार्यक्रम को मिली  जर्बदस्त सफलता-उन्होंने बताया कि खोये हुए बच्चों का उनके परिजनों से मिलाने के कार्यक्रम मिलाप को राज्य में जबर्दस्त सफलता मिली है। चुरू एसपी ने खानाबदोश और गलियों में जीवन यापन कर रहे बच्चों की शिक्षा के सम्बन्ध में बढिया काम किया है। धौलपुर जिला कलेक्टर शुचि त्यागी की बच्चों और महिलाओं के प्रति एप्रोच से मैं बहुत प्रभावित हूॅंं। निरीक्षण से पूर्व उन्होंने जिला कलेक्टर से उनके चैम्बर में मुलाकात की । मुलाकात में बच्चों के अधिकार विशेषकर पढाई के सम्बन्ध में चर्चा हुई। 

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