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कोटा में स्मार्ट पुलिसिंग तकनीक से लैस अत्याधुनिक पुलिस कंट्रोल रूम ‘अभय कमाण्ड सेंटर’ का शुभारम्भ
मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कोटा में स्मार्ट पुलिसिंग व्यवस्था लागू करने के लिए उच्च तकनीक से लैस अत्याधुनिक पुलिस कंट्रोल रूम ‘अभय कमाण्ड सेंटर’ का शुभारम्भ किया। जयपुर के बाद कोटा में राज्य का दूसरा कमाण्ड सेंटर शुरू किया गया है।
श्रीमती राजे ने शुक्रवार को कोटा के हेमू कालानी भवन में इस सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि राज्य पुलिस के आधुनिकीकरण और आमजन को सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रदेश में कई नवाचार किए हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से राजस्थान में स्मार्ट पुलिसिंग अपनायी जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अभय कमाण्ड सेंटर एक ऎसा प्रयोग है जो पुलिस विभाग की कार्य क्षमता तथा कार्य कुशलता बढ़ायेगा और अपराध नियंत्रण तथा जांच के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से संचालित इस कमाण्ड सेंटर के माध्यम से पुलिस हाई क्वालिटी वीडियो कैप्चरिंग, वीडियो सर्विलांस, कॉल रिकॉर्डिंग, वाहन ट्रेकिंग, भीड़ प्रबन्धन, अपराध स्थल की मॉनिटरिंग आदि कर सकेगी। इस सेंटर में उपलब्ध वीडियो, कॉल रिकॉर्ड तथा अन्य डाटा के एनालेसिस से पुलिस को अपराधियों की पहचान, फोरेन्सिक इंवेस्टिगेशन, यातायात नियंत्रण, अपराध नियंत्रण और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च में प्रदेश का पहला कमाण्ड सेंटर शुरू करते समय ही मैंने घोषणा की थी कि राज्य के सभी संभागीय मुख्यालयों पर भी अभय कमाण्ड सेंटर स्थापित किए जाएंगे और कोटा इस कड़ी में पहला संभाग है। उन्होंने कहा कि जयपुर सहित सभी संभागीय कमाण्ड सेंटरों को चरणबद्ध रूप से जिला मुख्यालयों में स्थापित पुलिस कंट्रोल रूम और कमाण्ड सेंटर से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात प्रबन्धन और सामान्य प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुचारू रखने में सहायक होगा।
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श्रीमती राजे ने शुक्रवार को कोटा के हेमू कालानी भवन में इस सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि राज्य पुलिस के आधुनिकीकरण और आमजन को सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रदेश में कई नवाचार किए हैं। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से राजस्थान में स्मार्ट पुलिसिंग अपनायी जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस अभय कमाण्ड सेंटर एक ऎसा प्रयोग है जो पुलिस विभाग की कार्य क्षमता तथा कार्य कुशलता बढ़ायेगा और अपराध नियंत्रण तथा जांच के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से संचालित इस कमाण्ड सेंटर के माध्यम से पुलिस हाई क्वालिटी वीडियो कैप्चरिंग, वीडियो सर्विलांस, कॉल रिकॉर्डिंग, वाहन ट्रेकिंग, भीड़ प्रबन्धन, अपराध स्थल की मॉनिटरिंग आदि कर सकेगी। इस सेंटर में उपलब्ध वीडियो, कॉल रिकॉर्ड तथा अन्य डाटा के एनालेसिस से पुलिस को अपराधियों की पहचान, फोरेन्सिक इंवेस्टिगेशन, यातायात नियंत्रण, अपराध नियंत्रण और महिलाओं के खिलाफ अपराधों की रोकथाम में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च में प्रदेश का पहला कमाण्ड सेंटर शुरू करते समय ही मैंने घोषणा की थी कि राज्य के सभी संभागीय मुख्यालयों पर भी अभय कमाण्ड सेंटर स्थापित किए जाएंगे और कोटा इस कड़ी में पहला संभाग है। उन्होंने कहा कि जयपुर सहित सभी संभागीय कमाण्ड सेंटरों को चरणबद्ध रूप से जिला मुख्यालयों में स्थापित पुलिस कंट्रोल रूम और कमाण्ड सेंटर से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केन्द्र अपराध नियंत्रण के साथ-साथ यातायात प्रबन्धन और सामान्य प्रशासनिक व्यवस्थाओं को सुचारू रखने में सहायक होगा।
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