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Showing posts from October, 2017

नाइट्रोजन चक्र

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नाइट्रोजन चक्र क्या है? नाइट्रोजन चक्र वह जैव-भूरासायनिक चक्र है जो प्रकृति में नाइट्रोजन एवं नाइट्रोजनयुक्त यौगिकों के रूपांतरण को बताता है।  वायुमंडलीय नाइट्रोजन नाइट्रोजन का सबसे बड़ा स्त्रोत है।  हरे पौधे नाइट्रोजन को नाइट्राइट व नाइट्रेट के रूप में मृदा व जल से अवशोषित करते हैं।  जंतु जब पौधों को भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं तब वह नाइट्रोजन प्राप्त करते हैं। जीवधारियों में नाइट्रोजन प्रोटीन एवं न्यूक्लिक अम्लों का आवश्यक घटक है। 1. नाइट्रोजन स्थिरीकरणः- Nitrogen Stabilization नाइट्रोजन दो तरह से स्थिरीकृत हो सकती हैः- क. बादल बनते समय बिजली का चमकनाः-   जब वायुमंडल में बिजली चमकती है तब नाइट्रोजन व ऑक्सीजन आपस में जुड़कर नाइट्रोजन के ऑक्साइड बनाते हैं। ये ऑक्साइड वर्षा के जल में घुल जाते हैं और धरती की सतह पर पहुंचकर मृदा तथा जल का एक अंश बन जाते हैं। ख. मृदा में रहने वाले मुक्त सूक्ष्मजीवी एवं फलीदार पौधों की जड़ों की गांठों में रहने वाले सहजीवी बैक्टीरिया द्वारा नीले हरे शैवाल तथा बैक्टीरिया जैसे सूक्ष्मजीवी वायुमंडलीय नाइट्रोजन को नाइट्र...

रासायनिक नाम

साधारण नमक NaCl बेकिंग सोडा  NaHCO ₃ धोवन सोडा Na ₂ CO ₃ ·10H ₂ O कास्टिक सोडा  NaOH सुहागा Na ₂ B ₄ O ₇ ·10H ₂ O फिटकरी K ₂ SO ₄ ·Al ₂ (SO ₄ ) ₃ ·24H ₂ O लाल दवा KMnO ₄ कास्टिक पोटाश KOH शोरा KNO ₃ विरंजक चूर्ण Ca(OCl)·Cl चूने का पानी Ca(OH) ₂ जिप्सम CaSO ₄ ·2H ₂ O प्लास्टर ऑफ पेरिस CaSO ₄ ·½H ₂ O चूना-पत्थर CaCO ₃ संगमरमर CaCO ₃ नौसादर NH ₄ Cl लाफिंग गैस N ₂ O लिथार्ज PbO गैलेना PbS लाल सिंदूर Pb ₃ O ₄ सफेद लेड 2PbCO ₃ ·Pb(OH) ₂ नमक का अम्ल HCl शोरे का अम्ल HNO ₃ अम्लराज HNO ₃ HCl (1 : 3) शुष्क बर्फ CO ₂ हरा कसीस FeSO ₄ ·7H ₂ O हॉर्न सिल्वर AgCl भारी जल D ₂ O प्रोड्यूशर गैस CO + N ₂ मार्श गैस ...

गुप्तकालीन समाज

उत्तरी भारत का इतिहास 300-650 ई.   1. समाजिक स्थितिः गुप्तकालीन समाज परंपरागत चार वर्णो में विभक्त था।  अर्थशास्त्र में ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य व शूद्रों के लिए अलग-अलग बस्तियों का विधान किया था, वराहमिहिर ने बृहत्संहिता में भी चारों वर्णो के लिए विभिन्न बस्तियों की व्यवस्था की है। न्याय-व्यवस्था में वर्ण-भेद पूर्णतः बने रहे न्याय संहिताओं में कहा गया है कि ब्राह्मण की परीक्षा तुला सें, क्षत्रिय की अग्नि से, वैश्य की जल से व शूद्र की विष से की जानी चाहिए।  कात्यायानः किसी मुकद्दमें में अभियुक्त के विरूद्ध गवाही वही दे सकता है जो जाति में उसके समान हो। नारद ने साक्ष्य देने की पुरानी वर्णमूलभेदक व्यवस्था के विरूद्ध कहा है कि सभी वर्णों के साक्षी किए जाते थे। दंड व्यवस्था भी वर्ण पर आधारित थी। महाभारत के शांतिपर्व में कहा गया है कि यदि कोई क्षत्रिय, वैश्य या शूद्र, ब्राह्मण की हत्या करे तो उसे देश निकाला दिया जाए। नारद ने चोरी करने पर ब्राह्मण का अपराध सबसे अधिक और शूद्र का अपराध सबसे कम माना जाएगा।  ब्राह्मण वंश: वाकाटक तथा कदंब । गुप्तवंश के राजा और माल...

केन्द्र सरकार ने देश के कौनसे प्रमुख बंदरगाह का नाम बदलकर “दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट” (Deendayal Port Trust) कर दिया

25 सितम्बर 2017 को केन्द्र सरकार ने देश के कौनसे प्रमुख बंदरगाह का नाम बदलकर “दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट” ( Deendayal Port Trust ) कर दिया? काण्डला ( Kandl ) बंदरगाह, गुजरात  कच्छ की खाड़ी में स्थित काण्डला देश के पश्चिमी तट का प्रमुख बंदरगाह, जोकि देश के 12 प्रमुख बंदरगाहों में से एक है, का नाम 25 सितम्बर 2017 को हिंदुत्व के प्रमुख स्तंभ माने जाने वाले नेता दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कर दिया गया। यह बंदरगाह अब “दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट” हो गया है। पिछले वर्ष माल के भार-वहन ( volume of cargo ) के मामले में यह देश का सबसे बड़ा बंदरगाह था। केन्द्र सरकार ने 1908 के भारतीय बंदरगाह अधिनियम ( Indian Ports Act,  1908) में प्रदत्त शक्तियों के अधीन इस बंदरगाह का नाम दीनदयाल बंदरगाह किया है। कौन सा राज्य देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जहाँ विधानसभा चुनावों के समस्त चरणों तथा समस्त मतदान केन्द्रों पर वीवीपैट ( VVPAT ) सुविधा से लैस इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीनों का प्रयोग किया जायेगा? गुजरात 26 सितम्बर 2017 को जारी विश्व आर्थिक मंच द्वारा तैयार वैश्विक प्रतिस्पर्धा सूचकांक में भारत को ...

आईएनएस कलावरी (INS Kalavari)

आईएनएस कलावरी ( INS Kalavari) आईएनएस कलावरी ( INS Kalavari) स्वदेशी तकनीक से निर्मित स्कॉरपीन श्रेणी की देश में बनाई जा रही छह पनडुब्बियों में से पहली है। इसे 21 सितम्बर 2017 को भारतीय नौसेना ( Indian Navy) को सौंप दिया गया जो इसे सेवा में शामिल करेगी। उल्लेखनीय है कि इन छह पनडुब्बियों का निर्माण “ प्रोजेक्ट 75” (‘Project 75’) नामक एक परियोजना के तहत मुम्बई स्थित मझगाँव डॉक्स ( Mazagon Docks Limited) में किया जा रहा है। इस परियोजना में फ्रांसीसी कम्पनी DCNS की मदद ली जा रही है। – आईएनएस कलावरी पानी के भीतर 1020 किलोमीटर का रास्ता तय कर सकती है तथा एक साथ 18 टॉरपीडो ले जा सकने में सक्षम है। दुश्मन से बचने के लिए यह पानी के नीच 300 मीटर तक जाने में भी सक्षम है। इसकी एक और खासियत यह है कि सभी प्रकार की युद्ध स्थितियों में भाग लेने की क्षमता से भी लैस है। इस पनडुब्बी का निर्माण 23 मई 2009 को शुरू हुआ था तथा इसे पूरा होने में अपेक्षित समय से कहीं अधिक समय लगा। भारतीय स्टेट बैंक ( SBI) भारतीय स्टेट बैंक ( SBI) ने 22 सितम्बर 2017 को ‘FTSE SBI Bond Index Series’ नामक देश की...