Indian Geography
हिमालय का भौगोलिक वर्गीकरण करें?
हिमालय पर्वत कई पर्वत श्रेणियों से मिलकर बना है जो एक-दूसरे के समानान्तर फैली हुई हैं। हिमालय को चार भौगोलिक भागों में वर्गीकृत किया जाता है, जो निम्न प्रकार से है-
वृहत् हिमालय:-
यह हिमालय की सबसे उत्तरी श्रेणी है। इसे हिमाद्रि, महान हिमालय, मुख्य हिमालय अथवा बर्फीला हिमालय भी कहा जाता है। इसका विस्तार नंगा पर्वत से नामचा बर्वा तक एक पर्वतीय दीवार के रूप में है। इसकी लंबाई 2500 किमी. औसत चौड़ाई 25 किमी. एवं औसत ऊंचाई 6,000 मीटर है। विश्व की 75 प्रतिशत ऊंची चोटियां हिमालय के इसी भाग में पाई जाती हैं। मुख्य चोटियां हैं - माउण्ट एवरेस्ट (8850 मीटर), नन्दादेवी (7818 मीटर), नंगा पर्वत (8126 मीटर), कंचनजंघा (8598 मीटर), मकालू (8481 मीटर), अन्नपूर्णा (8078 मीटर), मनसालू (8156 मीटर) तथा धौलागिरि (8172 मीटर)। इस श्रेणी का ढाल सिन्धु और सांग्पो की संकरी घाटियों की ओर साधारण है, किंतु दक्षिण में यह तीव्र है। इस श्रेणी के मध्यवर्ती भाग से गंगा, यमुना और उनकी सहायक नदियां निकलती हैं।मध्य हिमालय:-
यह श्रृंखला वृहत् हिमालय के दक्षिण में उसी के समानान्तर फैली हुई है। इस श्रेणी की औसत ऊंचाई 1800 से 3000 मीटर और अधिकतम ऊंचाई 4500 मी. है। इसमें कई छोटी-छोटी श्रेणियां हैं, जिनकी अनेक भुजायें हैं। इस श्रेणी में धौलाधर, पीरपंजाल, महाभारत, चूरिया, और मसूरी मुख्य है। इस श्रेणी में स्लेट, चूना पत्थर, क्वाटर््ज और अन्य शिलाओं की अधिकता पाई जाती है। इस भाग में छोटे-छोटे घास के मैदान पाये जाते हैं जिन्हें कश्मीर में ‘मर्ग’ और उत्तराखण्ड में ‘बुग्याल’ और ‘पयार’ कहते हैं।भारत के प्रसिद्ध स्वास्थ्यवर्द्धक स्थान शिमला, मसूरी, नैनीताल, डलहौजी, दार्जिलिंग आदि इसी श्रेणी के निचले भाग में स्थित है।
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