आधुनिक भूगोल का जनक/पिता कहा जाता है, एलेक्जेण्डर वॉन हम्बोल्ट।
सर्वप्रथम मापक के आधार पर विश्व का मानचित बनाया था, एनेक्जीमेण्डर ने।
कॉपरनिकस: पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है। ग्रह तथा अन्य पिण्ड सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाते हैं।
ग्रहों की गति के नियम का पता केपलर ने लगाया था।
मंगल ग्रह
यहां आयरन ऑक्साइड के कारण लाल रंग होने के कारण इसे लाल ग्रह भी कहते हैं।
यहां वायुमण्डल अत्यन्त विरल है, जिसमें कार्बन डाइ ऑक्साइड पाई जाती है।
यह भी पृथ्वी के समान अपनी धुरी पर 24 घण्टे 37 मिनट 23 सैकण्ड में एक चक्कर लगा लेता है।
इसका अक्षीय झुकाव 25 डिग्री (झुकाव के कारण दिन-रात बनते हैं।)
दो उपग्रह - फिबोस और डीमोस है।
डीमोस हमारे सौर मण्डल का सबसे छोटा उपग्रह है।
सूर्य की परिक्रमा 687 दिन में।
सबसे ऊंचा पर्वत निक्स ओलम्पिया 25 किमी हैं
सबसे बड़ा ज्वालामुखी ओलिप्स मेसी।
‘पाथ फाइंडर और ओडिसी’ नासा द्वारा भेजे गये।
क्यूरोसिटी।
बृहस्पति
आकार की दृष्टि से सौर मण्डल का सबसे बड़ा ग्रह है।
रंग कुछ पीला होता है।
हाइड्रोजन व हीलियम गैसे अधिक मात्रा में।
16 उपग्रह। गैनीमेड़ हमारे सौरमण्डल का सबसे बड़ा उपग्रह है।
अपने अक्ष पर सबसे तेज घूमता (परिभ्रमण) अर्थात 9 घंटे 55 मिनट है।
शीतग्रह - 130 डिग्री तापमान
डपग्रह - गैनीमेड, आयो, यूरोपा, कैलिस्टो है।
शनि
दूसरा सबसे बड़ा ग्रह।
सबसे कम घनत्व 0.7 ग्राम/घनसेमी है।
रंग पीला चमकीला।
21 उपग्रह, टाइटन सबसे बड़ा एवं छोटा पैन है।
मिमास, एनेसीलाडू, टेथिस, डिआन, फोबे आदि
फोबे उपग्रह इसकी कक्षा में घूमने के विपरीत दिशा में घुमता है।
शनि के अध्ययन करने के लिए 1998 में कैसिनो नामक उपग्रह छोड़ा गया।
स्बसे चपटा ग्रह।
यह वलयों से घिरा हुआ है।
अरुण
तीसरा सबसे बड़ा ग्रह।
खोज विलियम हर्थेले ने 1781 में।
हरा रंग, इसके वायुमंडल में मीथेन की उपस्थिति के कारण है।
अरुण पूरब से पश्चिम की ओर घूर्णन करता है, इसलिए इस पर सूर्योदय पश्चिम में और सूर्यास्त पूरब में होता है।
यह एकमात्र ग्रह जो सूय की परिक्रमा करते समय एक ध्रुव से दूसरे ध्रुव तक सदैव सूर्य के सामने रहते है। इसका अक्ष का झुकाव 98 डिग्री होता है। इसके अधिक झुकाव के कारण इसे लेटा हुआ ग्रह भी कहते है।
वोयेजर-2 अन्तरिक्ष यान द्वारा इसके चारों ओर 9 वलयों का पता लगाया गया है जिसमें 5 एल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, इप्सिलॉन है।
उपग्रह - 15
एरियल, मिराण्डा, टिटैनिया
वरुण
नीला-हरा रंग का ग्रह।
सबसे ठण्डा ग्रह।
खोज 1846 में जॉन गैले ने की।
उपग्रह - 8, ट्रिटान तथा नैरीड मुख्य।
सबसे धीमी गति से परिक्रमण करता है। 165 वर्ष में।
शुक्र और अरुण के अलावा सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर पश्चिम से पूर्व दिशा में परिक्रमा करते है।
मंगल और बृहस्पति ग्रहों के मध्य स्थित छोटे-बड़े पिण्ड़ों की एक पेटी है, जिनमें क्षुद्रग्रह या अवान्तर ग्रह पाये जाते हैं। जो ग्रहों के विस्फोट के बाद टूटे हुए अवशेष है।
24 अगस्त 2006 को अंतर्राष्ट्रीय खगोल विज्ञानी संघ की प्राग, चेकगणराज्य बैठक में खगोल विज्ञानियो ने प्लटो का ग्रह होने का दर्जा खत्म कर दिया क्योंकि इसकी कक्षा वृताकार नहीं है और यह वरुण ग्रह की कक्षा से होकर गुजरती है। इसे बौने ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है।
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