Posts

Showing posts from March, 2018

राजस्थान में संस्कृत शिक्षक भर्ती

Image
राजस्थान लोक सेवा आयोग, अजमेर विज्ञापन संख्या:10/परीक्षा/प्राध्यापक/संस्कृत शिक्षा/ EP-I /2017-18 दिनांक: 29.03.2018 आयोग द्वारा संस्कृत शिक्षा विभाग के लिए राजस्थान संस्कृत शिक्षा राज्य एवं अधीनस्थ सेवा (विद्यालय शाखा) नियम, 2015 के अन्तर्गत प्राध्यापक (विद्यालय) के निम्नलिखित विषय पदों पर भर्ती हेतु ऑनलाइन आव ेदन आमंत्रित किए जाते हैं। पद स्थाई है तथा विभाग से प्राप्त कुल रिक्त पदों (पदों में कमी/वृद्धि की जा सकती है)की संख्या एवं उनमें आरक्षित पदों की संख्या निम्नानुसार हैः- नवीनतम जानकारी हेतु अभ्यर्थी आयोग की वेब-साईट http://www.rpsc.rajasthan.gov.in का समय पर अवलोकन करते रहें।

असम शिक्षक भर्ती 2018

Image
प्राथमिक शिक्षा निदेशालय ने विभाग में 9 513 कम लोअर प्राइमरी (एलपी) शिक्षक, उच्च प्राथमिक (यूपी) टीचर और अन्य कई रिक्त पदों को भरने के लिए पात्र और कुशल उम्मीदवारों की भर्ती के लिए डीईई असम 2018 के लिए रोजगार की अधिसूचना जारी की है।

दिल्ली सल्तनत की राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक स्थिति

Image
दिल्ली सल्तनत - राजनैतिक, सामाजिक और आर्थिक  दीवान-ए-विजारत के अन्य प्रमुख अधिकारी निम्न थे- मुशरिफ-ए-मुमालिक पर प्रान्तों एवं अन्य विभागों से प्राप्त होने वाली आय और उसके व्यय का लेखा-जोखा रखने का उत्तरदायित्व था। मुस्तौफी-ए-मुमालिक महालेखा परीक्षक होता था। वकील-ए-सुल्तान का गठन नासिरुद्दीन महमूद के काल में वजीर की सहायता एवं अन्य सैन्य व्यवस्था की देख-रेख के लिए किया गया था, किन्तु अधिक शक्तिशाली होने के कारण इस पद को समाप्त कर दिया गया। मजूमदार आय-व्यय को ठीक रखता था। आमिल राजस्व अधिकारी होता था। दीवान-ए-अर्ज:- यह सैन्य विभाग था, जिसका अधिकारी ‘आरिज-ए-मुमालिक’ कहलाता था। इसका गठन बलबन ने किया था। सैनिक प्रशासन सल्तनत की शासन व्यवस्था मुख्य रूप से सैनिक शक्ति पर आधारित थीं गयासुद्दीन तुगलक ने वसियत-ए-हश्म (वेतन रजिस्टर) तैयार करवाया तथा स्वयं उसकी जांच की। केन्द्रीय या सुल्तान की सेना - हश्म-ए-कल्ब या कल्ब-ए-सुल्तानी। प्रांतपतियों की सेना - हश्म-ए-अतरफ। सुल्तान की व्यक्गित सेना, जो सुल्तान की सेवा में रहती थी, उन्हें खास-ए-खैल कहा जाता था। शाही घुड़सव...

मानव में दंत सूत्र क्या है

Image
मानव में दांत सूत्र  मानव में द्विबारदंती दांत व्यवस्था पाई जाती है जिसमें जीवन काल में दो प्रकार के दांत - अस्थायी (दूध के दांत) तथा स्थायी पाए जाते हैं। दांत चार प्रकार के होते हैं - कृंतक  Incisors  - काटने व कुतरने के काम आते हैं। ये 6 माह की उम्र में निकलते है। रदनक  Canines  - भोजन को चीरने-फाड़ने के काम। प्रत्येक जबड़े में 2-2 होते हैं। मांसाहारी पशुओं में ये ज्यादा विकसित होते हैं। अग्र-चवर्णक  Premolars  - ये भोजन को चबाने के काम। प्रत्येक जबड़े में 4-4 दांत। 10-12 वर्ष के बच्चों में पूर्ण रूप से विकसित चवर्णक  Molars  - भोजन चबाने के काम। प्रत्येक जबड़े में 6-6 दांत।  विज्ञान के और टॉपिक पढ़े मानव खोपड़ी में हड्डियों की संख्या कितनी होती है प्राकृतिक ईंधन पादप हार्मोन  कोशिक और कोशिक विभाजन फलों व सब्जियों के खाने योग्य भाग  मानव में भोजन पाचन की विधि प्रोटोजोआ संघ  रक्त का थक्का जमना उत्सर्जी पदार्थ मानव, पशु व पेड़ों में बैक्टीरिया से होने वाले रोग साइनोबैक्टीरिया: नीलहरित शैवाल जीवाणु ...

द्वितीय श्रेणी अध्यापक सामान्य अध्ययन के प्रश्न पेपर 2017

Image
द्वितीय श्रेणी अध्यापक QuestionPaper 2017 GK 2017 _   Hindi PreviousQuestionPaper Sanskrit -  संस्कृत विज्ञान -  science गणित -  Maths अंग्रेजी -  English सामाजिक विज्ञान -  ss

राजस्थान की प्राचीन सभ्यता

Image
आहड़  ताम्रनगरी के सांस्कृतिक अवशेष तांबे के औजारों तथा बर्तनों की उपस्थिति के कारण ही अनेक स्थानों पर आहड़ को ताम्रनगरी कहा गया है। 10वीं 11वीं शताब्दी में आहड़ को आघाटपुर अथवा आघाटदुर्ग भी कहा जाता था। समयान्तर से इन टीलों को 'धूलकोट' नाम से भी जाना जाने लगा। धूलकोट उत्खनन में निकाले गए आवास गृहों, मिट्टी के विविध पात्रों, तांबे के औजारों, पत्थरों के हथियारों के अतिरिक्त विभिन्न प्रकार की मुद्राओं, मणियों, गोमेद, स्फटिक आदि का काल निर्धारण ईसा पूर्व 19वीं शताब्दी निर्धारित किया गया है। आहड़ सभ्यता का बनास तथा सिन्धु सभ्यता से सीधा सम्बन्ध था। आहड़ के मकानों की दीवारें काले पत्थर से निर्मित थीं जिन्हें जोड़ने के लिए मिट्टी का प्रयोग किया जाता था। ये दीवारें आज भी सुरक्षित हैं। इन आवासगृहों में बने कमेर विभिन्न आकारों के हैं। सबसे बड़े कमरे का आकार 33 गुणा 20 फुट है। एक-एक मकान में तीन-तीन चूल्हे  बने हुए मिले हैं। अपवादस्वरूप एक मकान में 6 चूल्हें भी बने हुए मिले हैं। मकानों की दीवारों की सुरक्षा हेतु स्फटिक के टुकड़ों का प्रयोग किया जाता था। अपने दैनिक क्रिया-कलापों में ...

राजस्थान में प्रजामण्डल आन्दोलन

Image
भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में कांग्रेस और महात्मा गांधी की यही नीति थी कि रियासतों के मामलों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया जाए एवं रियासतों के नेता स्थानीय स्तर पर ही अपनी समस्याओ से निपटे।

पद्म पुरस्कार वितरण

Image
मानस बिहारी वर्मा को पद्म श्री प्रदान किया। ‘तेजस कार्यक्रम’ के पूर्व कार्यक्रम निदेशक श्री वर्मा ने प्रौद्योगिकी के स्वदेशीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।सेवानिवृत्त होकर वे गरीब बच्चों को विज्ञान व कम्प्यूटर शिक्षा देने के लिए बिहार के गांवों में लौट आए।

अमीर खुसरो ‘तूती-ए-हिन्द’

Image
जन्मः 1253 ई. में, पटियाली गांव (एटा, उत्तर प्रदेश) में इन्होंने फारसी की एक नई शैली की शुरुआत की, जिसे सबक-ए-हिन्दी कहा जाता था। ये सल्तनत काल के सर्वश्रेष्ठ संगीतज्ञ थे। इन्होंने ईरानी और भारतीय रागों का मिश्रण करके साजगिरि, तिलकत आदि तथा अरबी रागों- यमन, सनम, गोरा आदि का आविष्कार किया। इन्होंने कव्वाली गायन शैली प्रचलित की। सितार और तबले का आविष्कार खुसरो को माना जाता है, किन्तु कई विद्वान इससे सहमत नहीं है। ये निजामुद्दीन औलिया के शिष्य थे। औलिया ने खुसरो को तुर्कल्लाह की उपाधि प्रदान की थी। खुसरो द्वारा रचित पुस्तकें- किरान-उस-सादेन खुसरो की पहली रचना है “किरान-उस-सादेन” जो उन्होंने 1289 ई. में लिखी थी। इसमें बुगरा खां और उसके बेटे कैकुबाद के मिलन का वर्णन है। इसमें दिल्ली, उसकी इमारतों, शाही दरबार, अमीरों और अफसरों के सामजिक जीवन के विषय में दिलचस्प विवरण दिए गए हैं। इस रचना द्वारा उन्होंने मंगोलों के प्रति अपनी घृणा भी प्रकट की है। मिफता-उल-फुतूह मिफता-उल-फुतूह (1291 ई.) में उन्होंने जलालुद्दीन खिलजी के सैन्य अभियानों, मालिक छज्जू का विद्रोह व उसका दमन, रणथम्ब...

भारतीय संविधान की मूल प्रति को अपनी चित्रकारी से सजीव रूप देने वाले थे नन्दलाल बोस

Image
जन्मः 3 दिसम्बर, 1882, तारापुर, मुंगेर ज़िला, बिहार मृत्युः 16 अप्रैल, 1966, कोलकाता, पश्चिम बंगाल नंदलाल बोस एक प्रसिद्ध भारतीय चित्रकार थे।   इन्हें आधुनिक भारतीय कला के आरंभिक कलाकारों में से एक माना जाता है।  ये अवनीन्द्रनाथ टैगोर के प्रख्यात शिष्य थे और इन्हें चित्रकारी की ‘भारतीय शैली’ के लिए जाना जाता है। जून 1903 में नन्दलाल बोस ने सुधीरादेवी से विवाह कर लिया।

राजस्थान में महिला अधिकारिता विभाग में सुपरवाजर के पदों पर भर्ती

Image
राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड , जयपुर राज्य कृषि प्रबंध संस्थान परिसर , दुर्गापुरा , जयपुर महिला अधिकारिता विभाग में सुपरवाजर के पदों पर सीधी भर्ती  परीक्षा- 2018 महिला अधिकारिता विभाग में सुपरवाजर के पदों - 158 (गैर-अनुसूचित क्षेत्र) महिला अधिकारिता विभाग में सुपरवाजर के पद - 22 (अनुसूचित क्षेत्र)

फ्लाइंग ऑफिसर अवनी चतुर्वेदी लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला बन गई

Image
शांति का नोबल पुरस्कार 2017 वर्ष 2017 के लिए नोबल पुरस्कार परमाणु हथियारों के खिलाफ अभियान चलाने वाली संस्था ‘इंटरनेशनल कैंपेन टू एबोलिश न्‍यूक्लियर वेपन्स’ (ICAN) को दिया गया है। पुरस्कार के रूप में उसे 11 लाख डॉलर मिले। ICAN को यह पुरस्कार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के बाद उत्पन्न होने वाली भयानक परिस्थितियों से अवगत कराने के लिए दुनिया भर में किए गए प्रयासों की बदौलत दिया गया है। 10 दिसंबर 2018 करे को ओसलो में ICAN को यह अवार्ड दिया गया। आईकैन दुनिया भर के 100 से ज्यादा देशों में काम करने वाली गैर सरकारी संस्थाओं का समूह है। फिलहाल 101 देशों के 468 संगठन इसका हिस्सा हैं। अनौपचारिक रूप से आईकैन की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया में हुई थी, लेकिन अधिकारिक रूप से शुरुआत 30 अप्रैल, 2007 को आ​स्ट्रिया की राजधानी वियना में हुई। इसका मुख्यालय स्विटजरलैंड के जिनेवा शहर में है। आईकैन के प्रयासों का नतीजा था कि जुलाई 2017 में 122 देशों ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ​हथियारों को निषेध करने वाली संधि पर हस्ताक्षर किए थे। हालांकि, परमाणु शक्ति संपन्न माने जाने वाले सभी 9 देशों – अमेरिका, रूस, ब्रिटे...

रेलवे ग्रुप-डी के कुल 62907 पदों पर की जाएगी भर्ती, आवेदन की आखिरी तारीख बढ़ाकर 31 मार्च की

Image
रेलवे बोर्ड ने 62097 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया है। जिसमें से अजमेर रेलवे भर्ती बोर्ड में कुल 4755 पदों पर भर्ती की जाएगी।  विज्ञापन    Online Apply सर्वाधिक रिक्तियां चंडीगढ़ रेलवे भर्ती बोर्ड में 7832 पद हैं। 

राजस्थान साहित्य अकादमी पुरस्कार

Image
राजस्थान साहित्य अकादमी  पुरस्कार, उदयपुर मीरा पुरस्कार जोधपुर की दीप्ति कुलश्रेष्ठ को राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर, 2017-18 वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा अकादमी अध्यक्ष डॉ. इन्दुशेखर तत्पुरुष  सर्वोच्च मीरा पुरस्कार राशि 75000 रुपये श्रीमती दीप्ति कुलश्रेष्ठ, जोधपुर को उनके उपन्यास अंधे मोड़ से आगे पर घोषित किया गया है। अकादमी का कविता विधा - सुधीन्द्र पुरस्कार डॉ. पद्मजा शर्मा, जोधपुर (मैं बोलूंगी), कथा-उपन्यास विधा का डॉ. रांगेय राघव  पुरस्कार श्री हरदान हर्ष, जयपुर (मीरा), नाटक विधा का देवीलाल सामर पुरस्कार श्री रमेश खत्री, जयपुर को उनकी कृति मोको कहा ढूंढे रे बंदे,  आलोचना विधा का देवराज उपाध्याय पुरस्कार  श्री लहरी राम मीणा, दिल्ली  को उनकी कृति साहित्य का रंग चिंतन, विविध विधाओं का कन्हैयालाल सहल पुरस्कार श्री हरदर्शन सहगल, बीकानेर को उनकी कृति डगर डगर पर मगर  तथा बाल साहित्य का शम्भूदयाल सक्सेना पुरस्कार  श्री गोविन्द भारद्वाज, अजमेर को उनकी कृति बिल्ली मौसी बड़ी सयानी  पर घोषित किया गया है। ये सभी पुरस्कार 31-31 हजार रुपये ...

मोबाइल पर सामान्य ज्ञान क्विज खेलो, जीतो पैसा और बढ़ाओं अपना ज्ञान

Image
दोस्तों, आज मैं आपको ऐसी जानकारी देने जा रहा हूं जो आपके सामान्य अध्ययन को बढ़ायेगी, साथ ही आपको कुछ आर्थिक मदद भी मिलेगी। यह जानकारी मैं आपको शेयर कर रहा हूं ताकि आप भी अपनी प्रतिभा को परख सके। इसके पीछे मेरा कोई स्वार्थ नहीं है। यह मोबाइल पर उपलब्ध लाइव खेल है जो आपको 10 से 15 मिनट में कुछ राशि जीतने में मदद करेगा, साथ ही आपके जीके को बढ़ाकर एक सफल अभ्यर्थी बना सकता है। जैसा कि मैंने इस प्रकार के तीन खेलों में भाग लिया और किसी में 42 रु तो किसी में 50 रुपये एक-एक बार जीते हैं। ये एप आपको कौन बनेगा करोड़पति की तरह करोड़पति तो नहीं बना पायेंगे किन्तु आपको कुछ पैसे जीता अवश्य देगा यदि आपने सभी 11 या 12 सवालों के सही जबाव दिया तो। इसके लिए आपके पास एक स्मार्ट मोबाइल होना आवश्यक है। जिसमें आपकों कुछ लाइव खेल अपलोड करना है और पूछे सभी प्रश्नों के जबाव सही देना है। यदि आपने पूरे प्रश्नों के सही जबाव दिया तो इनामी राशि में से जो हिस्सा आपका है वह या तो पेटीएम या मोबीक्वीक में ट्रांसफर हो जाते है। दोस्तों, आप यदि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हो तो अच्छी बात है कि आप सफल बनों।  ...

भारतीय डाक विभाग में पोस्टमैन व मेलगार्ड के लिए 245 पदों पर भर्ती

Image
भारतीय डाक विभाग में पोस्टमैन व मेलगार्ड के लिए 245 पदों पर भर्ती का विज्ञप्ति जारी की है। पात्र अभ्यर्थी आवेदन करने के लिए संबंधित वेबसाइट पर जाएं और मौजूद दिशा-निर्देशों के अनुसार ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूरी करें। 

सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्तर

Image
सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्तर वस्तु जिस गुण के कारण अपनी विरामावस्था या वेगावस्था को स्वयं नहीं बदल सकती, उस गुण को कहते है- जड़त्व किसी वस्तु को अंतरिक्ष में प्रक्षेपित करने के लिए इसे पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र से बाहर निकालना पड़ता है। इसके लिए 11.2 किमी/सेकंड वेग की आवश्यकता होती है। इस वेग को क्या कहते है- पलायन वेग किसी ठोस वस्तु को किसी तरल द्रव्य में पूर्णतः अथवा अंशतः डुबाये जाने इसके भार में प्रत्यक्ष कमी आती है। यह कमी उस वस्तु द्वारा विस्थापित तरल द्रव्य के भार के बराबर होती है। इस सिद्धांत को किस नाम से जाना जाता है- आर्कमिडिज का सिद्धांत यदि ऊष्मा  एक स्थान से दूसरे स्थान पर माध्यम को प्रभावित किये बिना पहुंच जाये, जिस प्रकार सूर्य की गर्मी पृथ्वी तक पहुंचती है, तो इसको कहते है- विकिरण जब प्रकाश की किरणें एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे पारदर्शी माध्यम में प्रवेश करती हैं, तो वे इस माध्यम में अपने आपतन बिंदु पर खींचे गये अभिलम्ब की ओर अथवा उससे दूर मुड़ जाती है। इस घटना को क्या कहते है- अपवर्तन हीरे की चमक का क्या कारण...

राजस्थान सूचना सहायक सीधी भर्ती परीक्षा -2018

Image
राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड ,  जयपुर राज्य कृषि प्रबंध संस्थान परिसर ,  दुर्गापुरा ,  जयपुर सूचना सहायक सीधी भर्ती परीक्षा - 2018 बोर्ड द्वारा निम्नलिखित पदों हेतु ऑनलाइन आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाते हैं- राजस्थान कम्प्यूटर राज्य एवं अधीनस्थ सेवा नियम- 1992  एवं राजस्थान अनुसूचित क्षेत्र अधीनस्थ ,  मंत्रालयिक एवं चतुर्थ श्रेणी सेवा (भर्ती एवं सेवा की अन्य शर्तें) नियम , 2014  के अन्तर्गत सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के लिए सूचना सहायक सीधी भर्ती परीक्षा- 2018 पद व विभाग पद संख्या आयु (दिनांक  01.01.2019  को) वेतनमान पद का नाम गैर अनुसूचित क्षेत्र अनुसूचित क्षेत्र न्यूनतम  21  वर्ष एवं अधिकतम  35  वर्ष से कम 7 वें वेतन आयोग के अनुसार पे मैट्रिक्स लेवल  8  न्यूनतम वेतनमान  26300/- सूचना सहायक विभाग सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार ,  जयपुर 1165 137 शैक्षणिक योग्यताः- भारत में विधि द्वारा स्थापित किसी विश्वविद्यालय से कम्प्यूट...

राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड)

Image
National Bank for Agriculture and Rural Development शिवरमन सिंह समिति की अनुशंसा पर केन्द्र सरकार ने 12 जुलाई, 1982 ई. को नाबार्ड की स्थापना की घोषणा की। नाबार्ड ने 17 जुलाई, 1992 से कार्य करना  शुरू किया। यह कृषि क्षेत्र के विकास के लिए धन उपलब्ध कराने वाली शीर्ष संस्था है। इसकी स्थापना का उद्देश्य कृषि क्षेत्र के विकास के लिए धन उपलब्ध कराना तथा अन्य नीतिगत सहायता कराना है। नाबार्ड का मुख्यालय मुंबई में है। इसके 16 क्षेत्रीय कार्यालय हैं। नाबार्ड के अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक का कार्यकाल 5 वर्ष का होता है, जबकि अन्य संचालकों का कार्यकाल 3 वर्ष का होता है। नाबार्ड की शुरू में पूंजी 100 करोड़ रुपये थी, परंतु बाद में इसे बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये कर दिया गया। नाबार्ड प्रत्यक्षतः किसानों को ऋण नहीं देता है। यह राज्य सरकारों, सहकारों बैंकों, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों, राष्ट्रीय बैंकों तथा भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से ऋण उपलब्ध कराता है। राष्ट्रीय किसान आयोग राष्ट्रीय किसान आयोग का गठन फरवरी 2004 में पूर्व कृषि राज्य मंत्री सोमपाल शास्त्री की अध्यक्षता में किया गया परं...