Geography
प्रायद्वीपीय पठार
- क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा भौतिक प्रदेश
- क्षेत्रफल लगभग 16 लाख किमी
- उत्पत्ति क्रिटेशियस युग में।
- यह विश्व के प्राचीनतम पठारों में से एक है।
अरावली
- उत्पत्ति प्रीक्रेम्बियन युग में।
- विश्व के प्राचीनतम पर्वतों में से एक।
- सर्वोच्च शिखर गुरुशिखर 1722 मीटर माउंट आबू, सिरोही
- कर्नल टॉड ने इसे हिन्दू ऑलम्पस कहा।
- यह भारत की महान जल विभाजक रेखा है।
- यह भारनेर, कैमूर, पारसनाथ श्रृंखलाओं के रूप में विस्तृत है।
- यह भारत को दो भागों में विभाजित करता है।
- यह एक ब्लॉक पर्वत है।
- यह महादेव एवं मैकाल पर्वतों के रूप में विस्तृत है।
- धूपगढ़ 1350 मीटर महादेव का सर्वोच्च शिखर है।
- अमरकंटक मैकाल का सर्वोच्च शिखर है।
- अमरकंटक से नर्मदा तथा सोन नदियों का उद्गम होता है।
- सतपुड़ा के उत्तर में नर्मदा तथा दक्षिण में ताप्ती नदी प्रवाहित होती है।
- यह भारत के पश्चिमी तट के सहारे उत्तर से दक्षिण की ओर (ताप्ती नदी के मुहाने से कन्याकुमारी तक) 1600 किमी की लम्बाई में विस्तृत है।
- इसे सहयाद्रि भी कहा जाता है।
- कलसुबाई (महाराष्ट्र) 1642 मीटर - उत्तरी सह्याद्रि का सर्वोच्च शिखर
- कुद्रेमुख (कर्नाटक) 1892 मीटर - दक्षिणी सह्याद्रि का सर्वोच्च शिखर।
पश्चिमी घाट के प्रमुख दर्रेनीलगिरी पर्वत (तमिलनाडु)
- भालघाट:- मुम्बई - नासिक - कोलकाता
- भोरघाट:- मुम्बई - पुणे
- पालघाट:- कोच्चि - कोयम्बटूर - (नीलगिरी-अन्नामलाई)
- सिनकोट:- मदुरै - त्रिवेन्द्रम (इलायची पहाड़ियां-नागरकोयल)
- यहां पूर्वी घाट तथा पश्चिमी घाट का मिलन होता है।
- दादोबेट्टा 2637 मीटर नीलगिरी पर्वत का सर्वोच्च शिखर है।
- दक्षिणी भारत का दूसरा सर्वोच्च शिखर है।
- टोड़ा जनजाति पाई जाती है।
- प्रसिद्ध पर्यटक स्थल ऊटी उठकमंडल तमिलनाडु में नीलगिरी पर्वत पर है।
- केरल का प्रसिद्ध सदाबहार वन या साइलेंट वैली या शांत घाटी नीलगिरी पर्वत पर है। साइलेंट वैली अपने जैव विविधता तथा घने जंगलों के लिए जाना जाता है।
- नीलगिरि के दक्षिण मं विस्तृत
- सर्वोच्च शिखर अनाईमुड़ी 2695 मीटर है। यह दक्षिण भारत का सर्वोच्च शिखर है।
- केरल-तमिलनाडु
- इसका सर्वोच्च शिखर महेन्द्रगिरी है।
- यह भारत के पूर्वी तट के सहारे लगभग 1300 किमी की लम्बाई में विस्तृत है।
- यह पश्चिमी घाट के सहारे समान लगातार श्रृंखला में विस्तृत नहीं है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियों ने इसे स्थान-स्थान पर कांट-छांट दिया है।
- अरोया कोण्डा/ विशाखापट्टनम - 1760 मीटर आन्ध्रप्रदेश
- महेन्द्रगिरी - 1501 मीटर (उड़ीसा)
- जावदी व शेवरॉय - तमिलनाडु में है।
- पालकोण्डा, वेलकोण्डा, नल्लामलाई व नागरी आन्ध्रप्रदेश में है।
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