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राज्य की नीति के निदेशक तत्व
- एक कल्याणकारी राज्य की स्थापना करना, सामाजिक-आर्थिक न्याय को सुनिश्चित करना, एक धर्मनिरपेक्ष राज्य की स्थापना करना।
राज्य की नीति के निदेशक तत्वों के बारे में सही कथान हैं -
- ये तत्व देश के सामाजिक-आर्थिक लोकतंत्र की व्याख्या करते हैं
- इन तत्वों में अंतर्विष्ट उपबंध किसी न्यायालय द्वारा प्रवर्तनीय (एनफोर्सिएबल) नहीं है।
कल्याणकारी राज्य की संकल्पना का समावेश भारत के संविधान में है -
- राज्य के नीति-निदेशक तत्वों में
भारतीय संविधान में सम्मिलित नीति-निदेशक तत्वों की प्रेरणा हमें प्राप्त हुई -
- आयरलैण्ड के संविधान से
राज्य नीति के निदेशक सिद्धांत -
- वाद योग्य नहीं है
भारत के संविधान के अनुसार, देश के शासन के लिए आधारभूत है
- राज्य की नीति के निदेशक तत्व
समान कार्य के लिए समान वेतन भारत के संविधान में सुनिश्चित किया गया एक -
- राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों का अंग है।
भारत में पंचायती राज प्रणाली की व्यवस्था की गई है -
- राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांत के अंतर्गत
राज्य सरकार को ग्राम पंचायतों को संगठित करने के लिए निर्देशित करता है?
- अनुच्छेद 40
भारत के संविधान के अंतर्गत ग्राम पंचायतों का गठन -
- निदेशक सिद्धांत है।
सही सुमेलन निम्न प्रकार है -
- अनुच्छेद 40: ग्राम पंचायतों का गठन
- अनुच्छेद 41: कुछ दशाओं में काम, शिक्षा और लोक सहायता पाने का अधिकार
- अनुच्छेद 44: नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता
- अनुच्छेद 48: कृषि एवं पशुपालन का गठन
कथन अ: मनरेगा दर अर्ह परिवार के कम से कम एक सदस्य को वर्ष में 100 दिन का रोजगार दिलाने का प्रावधान करता है।
कारण ब: रोजगार का अधिकार संविधान के भाग 3 में प्राविधित है।
- कथन अ सही है, परन्तु कारण ब गलत है।
राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों का सही सुमेलित है -
- अनुच्छेद 51: अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के संवर्धन से संबंधित है।
- अनुच्छेद 41: काम, शिक्षा, लोक सहायता पाने का अधिकार
- अनुच्छेद 43 (क): उद्योगों के प्रबंध में कर्मकारों के भाग लेने का अधिकार
- अनुच्छेद 48 (क): पर्यावरण संरक्षण
भारत के संविधान में अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि का उल्लेख है
- राज्य की नीति के निदेशक तत्वों में
भारत की विदेश नीति से संबंधित है
- अनुच्छेद 51
संविधान जिनके शोषण के विरुद्ध अधिकार स्वीकृत करता है
- बच्चे, स्त्रियां तथा जनजातियां
राज्य के नीति-निदेशक तत्व है
- अ. मद्यनिषेध
- ब. गौ-संरक्षण
- स. पर्यावरण संरक्षण
राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांत मौलिक अधिकारों से भिन्न है
- क्योंकि निदेशक सिद्धांत प्रवर्तनीय नहीं है, जबकि मौलिक अधिकार प्रवर्तनीय है।
गांधीवादी सिद्धांत जो राज्य की नीति के निदेशक तत्वों में प्रतिबिंबित होते हैं
- ग्राम पंचायतों को संघटित करना, ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहित करना।
राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों में से वह जिसके बारे में संविधान शांत है
- प्रौढ़ शिक्षा
राज्य का नीति-निदेशक सिद्धांत जो संविधान में बाद में जोड़ा गया
- मुफ्त कानूनी सलाह
राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांतों में सम्मिलित नहीं है
- सूचना का अधिकार
नीति-निदेशक तत्व है
- समान नागरिक संहिता
‘राज्य के नीति-निदेशक सिद्धांत एक ऐसा चेक है जो बैंक की सुविधानुसार अदा किया जाता है।’ कहा था
- के.टी. शाह ने
राज्य के नीति-निदेशक तत्वों में है -
- राज्य सुनिश्चित करने का प्रयास करेगा कि पुरुष और महिलाओं की समान कार्य हेतु समान वेतन,
- जीविकोपार्जन हेतु पर्याप्त साधनों का समान अधिकार,
- काम हेतु न्यायसंगत और मानवोचित दशाओं में रहें
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