रेलवे भर्ती बोर्ड के विभिन्न बोर्ड में आए भारतीय इतिहास के महत्त्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न
प्राचीन भारत का वह प्रसिद्ध शासक जिसने अपने जीवन के अंतिम दिनों मे जैन धर्म अपनाया था?
— चंद्रगुप्त
चंद्रगुप्त मौर्य ने अपने जीवन के अंतिम समय में किस धर्म की दीक्षा ली?
— जैन धर्म
अ. मंदिरों के लिए
ब. मूर्तियों के लिए
स. बौद्ध एवं जैन गुफाओं के लिए
उत्तर- द
भीमबेटका का चट्टानी शरणस्थल भोपाल से 45 किमी. पश्चिम में स्थित है। यूनेस्को ने भीमबेटका शैल चित्रों को विश्व विरासत सूची में सम्मिलित किया है। इन गुफाओं में जीवन के विविध रंगों को पेंटिंग के रूप में उकेरा शरणस्थलियों की पहचान की जा चुकी है, इनमें 243 भीमबेटका समूह में तथा 178 लाखा जुआर समूह में स्थित हैं।
अ. अजंता
ब. बाघ
स. भीमबेटका
द. अमरावती
उत्तर- स
प्रागैतिहासिक चित्रकला का श्रेष्ठ उदाहरण म.प्र. के रायसेन जिला स्थित ‘भीमबेटका' के शैलाश्रय तथा गुफाएं हैं। भीमबेटका की प्रागैतिहासिक
चित्रकला को मध्यपाषाण काल से संबंधित किया जाता है।
अन्य महत्वपूर्ण तथ्य ।
> अजंता तथा बाघ की शैलकृत गुफा चित्रकला ऐतिहासिक कालीन (मौर्य काल के बाद की) है।
> अमरावती अपने स्तूप स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध है जिसे शुंग कालीन या सातवाहन कालीन माना जाता है।
निम्नलिखित स्थलों में से कौन-सा प्रागैतिहासिक शैल चित्रकला के लिए प्रसिद्ध है?
अ. बाघ
ब. अजन्ता
स. भीमबेटका
द. अमरावती
उत्तर— स
अ. अजन्ता की गुफाओं में
ब. बाघ की गुफाओं में
स. एलोरा की गुफाओं में
द. भीमबेटका के शैलाश्रयों में
उत्तर- द
मौर्य वंश के संस्थापक चंद्रगुप्त ने जीवन के अंतिम दिनों में जैन धर्म अपनाया था तथा जैन अनुश्रुति के अनुसार, उसने मैसूर के श्रवणबेलगोला में 'सल्लेखना' द्वारा मृत्यु का वरण किया था। चंद्रगुप्त मौर्य ने जैन साधु भद्रबाहु से जैन धर्म की दीक्षा ली थी।
मेगस्थनीज किसके दरबार में राजदूत था?
— चंद्रगुप्त मौर्य
अपने साम्राज्य के विस्तार में चंद्रगुप्त मौर्य को सहायता की थी?
अ. बौद्धायन ने ब. उपगुप्त ने
स. चाणक्य ने द. शूद्रक ने
उत्तर- स
'इंडिका' निम्नलिखित में से किसकी कृति है?
अ. कौटिल्य ब. मेगस्थनीज
स. विशाखादत्त द. तारानाथ
उत्तर- ब
मेगस्थनीज द्वारा रचित किस ग्रंथ से मौर्यकालीन इतिहास का पता चलता है?
अ. इण्डिका ब. प्रोथोवोसा
स. द वर्ल्ड द. उपरोक्त में से कोई नहीं
R.R.B. इलाहाबाद (A.S.M.) परीक्षा, 2006
उत्तर- अ
व्याख्या—मेगस्थनीज द्वारा रचित पुस्तक ‘इण्डिका’ से मौर्यकालीन इतिहास पर प्रकाश पड़ता है। मेगस्थनीज, यूनानी राजा सेल्युकस का राजदूत था। वह चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में भारत आया। इसके पूर्व वह आरकोसिया के क्षत्रप के दरबार में सेल्युकस का राजदूत रह चुका था।
भारत का प्रथम साम्राज्य निर्माता कौन-सा वंश था ?
अ. नंद वंश ब. मौर्य वंश
स. गुप्त वंश द. इनमें से कोई नहीं
उत्तर- ब
निम्नलिखित में से कौनसा विदेशी यात्री भारत नहीं आया था?
(अ) मेगस्थनीज (ब) वास्कोडिगामा
(स) कोलम्बस (द) फाह्यान
उत्तर-(स)
R.R.B. चंडीगढ़ (T.A./C.A./E.C.R.C.) परीक्षा, 2006
व्याख्या- उपरोक्त प्रश्न के अनुसार उत्तर कोलम्बस होगा क्योंकि मेगस्थनीज चंद्रगुप्त मौर्य के समय भारत आया था। चीनी फाह्यान चंद्रगुप्त द्वितीय (विक्रमादित्य) के शासनकाल में भारत आया था। वहीं वास्कोडिगामा ने 1498 ई. में भारत का समुद्री मार्ग खोजा और भारत पहुंचा। जबकि कोलम्बस ने 1492 ई. में अमेरिका की खोज की थी। अत: कोलम्बस भारत नहीं आया था।
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए तथा नीचे दिये गये कूट से सही उत्तर चुनिए
1. क्यूबा को विश्व का 'चीनी का कटोरा' कहा जाता है।
2. हांगकांग चीन का विशिष्ट प्रशासनिक प्रदेश है।
3. संसार में संयुक्त राज्य अमेरिका दूध का अग्रणी उत्पादक है।
4. ऑस्ट्रेलिया एक संघीय राज्य है।
कूट :
(a) केवल 1 तथा 2
(b) केवल 1, 2 तथा 3
(c) केवल 2, 3 तथा 4
(d) केवल 1, 2 तथा 4
उत्तर- (d)
व्याख्या : उत्तरी अमेरिका के देश क्यूबा को 'विश्व की चीनी का कटोरा' कहा जाता है। हांगकांग चीन का विशिष्ट प्रशासनिक प्रदेश है। ऑस्ट्रेलिया एक संघीय राज्य है। विश्व में दूध का अग्रणी उत्पादक देश भारत है जबकि दुग्ध पदार्थों के उत्पादन में विश्व का प्रथम स्थान डेनमार्क है। वर्तमान समय में भारत संसार का अग्रणी दुग्ध उत्पादक देश है।
पूर्व मध्यकाल में डाहल किसका क्षेत्र था?
(a) परमार
(b) चन्देल
(c) कलचुरि
(d) भंज
उत्तर c - पूर्व मध्य काल में चेदि को ही डाहल कहा जाता था। चेदि या त्रिपुरी (मध्यप्रदेश) में 845 ई० में कलचुरि वंश की स्थापना हुई थी।
दिल्ली सल्तनत में एक चाँदी का टंका कितने के बराबर था?
(a) 52 जीतल
(b) 48 जीतल
(c) 45 जीतल
(d) 38 जीतल
उत्तर- (b)
व्याख्या- दिल्ली सल्तनत का प्रसिद्ध सुलतान इल्तुतमिश ने अपने शासन काल में ताम्बे का 'जीतल' और चाँदी का टंका नामक सिक्का चलवाया था। चाँदी का एक टंका 48 जीत्तल के बराबर होता था
61. "मैं लोगों को ऐसा हुक्म देता हूँ जो उनके और राज्य के लिए लामकारी समझता हूँ। मैं नहीं जानता कि वे शरियत द्वारा अनुमत हैं अथवा नहीं।" यह किसने कहा था?
(a) जलालुद्दीन खिल्जी (b) अलाउद्दीन खिल्जी
(c) गियासुद्दीन तुगलक (d) मुहम्मद तुगलक
उत्तर (b) -
व्याख्या:
खिलजी वंश का प्रसिद्ध सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी ने काजी मुगीसुद्दीन को सम्मानित करते समय यह प्रश्नगत कथन कहा था। इस कथन से उसके प्रशासनिक शैली का ज्ञान होता है जिसे वह उलेमाओं के अनुसार नहीं बल्कि प्रजा हित को देखते हुए संचालित करता है। वह शासन में उलेमाओं के हस्तक्षेप का विरोध करता था।
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