Indian History
भागवत धर्म
भागवत धर्म का उदय कब हुआ था?
- मौर्योत्तर काल में
भागवत धर्म के विषय में प्रारंभिक जानकारी किस में मिलती है?
- उपनिषद में
भागवत धर्म के संस्थापक कौन थे?
- वासुदेव कृष्ण
श्री कृष्ण का उल्लेख सर्वप्रथम किस ग्रंथ में मिलता है?
- छान्दोग्य उपनिषद में
श्री कृष्ण के गुरु थे?
-ऋषि अंगिरस
भागवत सम्प्रदाय के उदय का प्रमुख कारण था?
- ब्राह्मण धर्म के जटिल कर्मकाण्ड एवं यज्ञीय व्यवस्था के विरोधात्मक प्रतिक्रिया के फलस्वरूप
विष्णु का उल्लेख सर्वोच्च देवता के रूप में किस ग्रंथ में किया गया है?
- ऐतरेय ब्राह्मण में
भागवत धर्म के सिद्धांत किस धर्म ग्रंथ में मिलते हैं?
- भगवद्गीता में
नारायण के उपासक कहलाते हैं?
- पांचरात्रिक
वैष्णव धर्म नाम का प्रचलन समय कब था?
- 5वीं शती ईस्वी में
अवतारवाद का सर्वप्रथम स्पष्ट उल्लेख मिलता है?
- भगवद्गगीता में
- भागवत धर्म के प्रवर्तक कृष्ण, वृष्णि वंशीय यादव के थे, जिनका निवास स्थान मथुरा था।
- सर्वप्रथम छान्दोग्य उपनिषद में देवकी पुत्र एवं अंगिरस के शिष्य के रूप में कृष्ण का उल्लेख आया है।
- कृष्ण के समर्थक इन्हें भागवत कहते थे।
- मत्स्य पुराण में विष्णु के दस अवतारों का जिक्र मिलता है। ये दस अवतार हैं— मत्स्य, कूर्म, वराह, नृसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध एवं कल्कि।
- इसमें वराह अवतार का प्रथम उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है।
- अवतारवाद का सर्वप्रथम स्पष्ट उल्लेख भगवद्गगीता में मिलता है।
- वैष्णव धर्म में ईश्वर को प्राप्त करने का साधन ज्ञान, कर्म और भक्ति को माना गया है, जिसमें सर्वाधिक महत्व भक्ति को दिया गया है।
- तमिल प्रदेश में यह धर्म अलवार संतों के माध्यम से विकसित हुआ। इन संतों की संख्या करीब 12 थी। इन सबमें तिरुमंगई सर्वाधिक प्रसिद्ध एवं आण्डाल महिला संत थीं।
- पंचरात्र, व्यूहवाद एवं चतुर्व्यूह सिद्धांत भागवत धर्म से संबंद्ध थे।
- पांच वृष्णि नाम थे— संकर्षण, वासुदेव कृष्ण, प्रद्युम्न, साम्ब एवं अनिरुद्ध।
- रामानुज ने ब्रह्मसूत्र लिखा।
- रामदास ने दासबोध, रामानंद ने आध्यात्म रामायण लिखी।
- नारायण का प्रथम उल्लेख शतपथ ब्राह्मण में मिलता है।
भागवत सम्प्रदाय के नायकों का विवरण वायु पुराण में निम्नलिखित उपास्यों के रूप में मिलता है:
- संकर्षण — रोहिणी पुत्र
- वासुदेव — देवकी पुत्र
- प्रद्युम्न — रुक्मणी पुत्र
- साम्ब — जाम्बवती पुत्र
- अनिरुद्ध — प्रद्युम्न पुत्र
- वासुदेव की पूजा का सर्वप्रथम उल्लेख भक्ति के रूप में पाणिनी के समय ई.पू. पांचवी शती में मिलता है।
- वासुदेव कृष्ण के भक्त या उपासक भागवत कहलाते थे।
- वासुदेव कृष्ण सम्प्रदाय सांख्य योग से संबंधित था। इसमें वेदांत, सांख्य और योग के विचाराधाराओं के दार्शनिक तत्वों को मिलाया गया है।
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