निम्नलिखित में से कौन प्रसिद्ध ग्रंथ ‘किताब-उल-हिंद’ के लेखक हैं?
- अरबों के भारत आक्रमण की पर्याप्त सूचना 9वीं शताब्दी में बिलादूरी कृत 'किताब-फुतूह-अल बलदान' मिलती है।
- अरबों द्वारा विजय का विस्तृत विवरण 'चचनामा' नामक ग्रंथ में भी मिलता है, जो 1216 ई. में लिखी गई। इसमें मुहम्मद बिन कासिम के भारत अभियान की चर्चा की गई है। इसके लेखक अज्ञात हैं तथा यह अरबी भाषा में लिखा गया है।
- अरबों ने सिंध में ऊंट पालन व खजूर की खेती का प्रचलन किया।
- अरबों ने 'दिरहम' नामक सिक्के का सिंध में प्रचलन किया।
- तुर्की शासन व्यवस्था जनजातीय संगठन पर आधारित था।
- 712 ई. में मुहम्मद बिन कासिम ने सिंध पर सफल आक्रमण किया।
- अलबरूनी 11वीं शताब्दी में महमूद गजनवी के साथ भारत आया। उसने किताब-उल-हिंद की रचना की जो अरबी भाषा में लिखी गई है, जिसमें तत्कालीन भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक स्थिति की जानकारी मिलती है। पुराणों का अध्ययन करने वाला प्रथम मुसलमान भी अलबरूनी ही था।
- महमूद गजनवी के दरबार में अल्बरूनी, फिरदौसी, उतबी आदि विद्वान थे।
- शाहनामा फारसी भाषा का एक महाग्रंथ है जिसकी रचना फिरदौसी ने की थी। वह महमूद गजनवी के दरबार से संबंधित था।
- ताज-उल-मासिर की रचना हसन निजामी के द्वारा फारसी भाषा में की गई थी। दिल्ली सल्तनत के प्रारंभिक दिनों का प्रामाणिक इतिहास इस पुस्तक में पर्याप्त रूप से मिलता है।
- अमीर खुसरो फारसी भाषा का भारतीयकरण करने वाला प्रथम कवि था। इन्हें हिन्दोस्तान का तोता भी कहा जाता है।
- खजायन-उल-फुतूह, नूह सिपिहर, तुगलकनामा व किरान-उस-सादेन आदि रचनाएं अमीर खुसरो की हैं। उसने नूह सिपिहर में भारत की प्राकृतिक छटा का सुंदर चित्रण किया है।
- तारीख-ए-फिरोजशाही जियाउद्दीन बरनी की कृति है। इसमें बलबन के सिंहासनारोहण से लेकर फिरोशशाह तुगलक के शासनकाल के छठे वर्ष तक की घटना का वर्णन है।
- शम्स-ए-सिराज ने भी तारीख-ए-फिरोजशाही नामक ग्रंथ की रचना की। इसे सुल्तान फिरोजशाह तुगलक का संरक्षण प्राप्त था।
- फिरोजशाह तुगलक ने अपनी आत्मकथा फुतूहात-ए-फिरोजशाही की रचना की। इसमें उसके द्वारा इस्लाम धर्म के प्रसार के लिये किये गए कार्यों का वर्णन है।
- सल्तनतकालीन डाक व्यवस्था का विस्तृत विवरण मोरक्को यात्री इब्नबतूता ने अपने यात्रा वृत्तांत रेहला (अरबी भाषा में लिखा गया है) में दिया है।
- सदरुद्दीन मुहम्मद ‘औफी’ का बुखारा में जन्म हुआ। वह इल्तुतमिश के शासनकाल से संबंधित थे। इन्होंने ही सर्वप्रथम भारतीय महासागरों में प्रयोग होने वाले चुंबकीय दिशासूचक की प्रारंभिक सूचना दी थी।
- तारीख-ए-सलातीन-ए-अफगान की रचना अहमद यादगार द्वारा लिखी गई है। इसमें लोदी वंश के शासनकाल के इतिहास की पर्याप्त जानकारी मिलती है।
- इसामी के ग्रंथ फुतूह-उल-सलातीन से भारत में चरखे के प्रयोग का आरंभिक साक्ष्य प्राप्त होता है।
- निकोली डी कॉण्टी इटली का रहने वाला था। इसने देवराय प्रथम के शासनकाल में विजयनगर साम्राज्य का दौरा किया था। वहीं अब्दुर्रज्जाक, देवराय द्वितीय के शासनकाल में फारस के तैमूर राजवंश के शासक शाहरुख का दूत बनकर आया था।
- ‘बारहमासा’ की रचना मलिक मुहम्मद जायसी के द्वारा की गई।
अलबरूनी किस आक्रमणकारी के साथ भारत आया था?
अ. मुहम्मद बिन कासिम
ब. महमूद गजनवी
स. मुहम्मद गोरी
द. बाबर
उत्तर— ब
चुंबकीय दिशासूचक के भारतीय महासागरों में प्रयोग की प्रारंभिक सूचना किसके द्वारा दी गई?
अ. मार्कोपोलो
ब. इब्नबतूता
स. सदरुद्दीन मुहम्मद ‘औफी’
द. निकोलो कोंटी
उत्तर— स
निम्नलिखित में से कौन फारसी का प्रथम कवि था जिसने अपनी कविता में भारतीय पर्यावरण को चित्रित किया?
अ. अमीर खुसरो
ब. अमीर हसन
स. अबूतालिब कलीम
द. फैजी
उत्तर— अ
‘तबकात-ए-नासिरी’ का लेखक कौन था?
अ. शेख जमालुद्दीन
ब. अलबरूनी
स. मिनहाज-उस-सिराज
द. शियाउद्दीन बरनी
उत्तर— स
‘बारहमासा’ की रचना किसने की?
अ. अमीर खुसरो
ब. इसामी
स. मलिक मुहम्मद जायसी
द. रसखान
उत्तर— अ
‘शाहनामा’ का लेखक कौन था?
अ. उत्बी
ब. फिरदौसी
स. अलबरूनी
द. बरनी
उत्तर— ब
निम्नलिखित में से कौन-सी रचना अमीर खुसरो की नहीं है?
अ. तुगलकनामा
ब. खजायन-उल-फुतूह
स. नूह सिपिहर
द. रेहला
उत्तर— द
अमीर खुसरो निम्नलिखित में से किसके शासनकाल से संबंधित थे?
अ. अलाउद्दीन खिलजी
ब. इल्तुतमिश
स. इब्राहीम लोदी
द. फिरोजशाह तुगलक
उत्तर— अ
निम्नलिखित में से कौन प्रसिद्ध ग्रंथ ‘किताब-उल-हिंद’ के लेखक हैं?
अ. हसन निजामी
ब. जियाउद्दीन बरनी
स. अलबरूनी
उत्तर— स
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