आकाश नीला दिखाई देता है, क्यों

आकाश नीला दिखाई देता है-




आकाश नीला दिखाई देता है-

(a) प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण

(b) हवा के प्रकीर्णन के कारण

(c) धूल के कणों के प्रकीर्णन के कारण

(d) पानी के कणों के प्रकीर्णन के कारण

उत्तर-(a)

व्याख्या : प्रकाश में वस्तुएं प्रकीर्णन के कारण दिखाई पड़ती है। जब सूर्य का प्रकाश वायुमण्डल से गुजरता है तो प्रकाश वायुमंडल में उपस्थित धूल कणों द्वारा विभिन्न दिशाओं में फैल जाता है, इसी प्रक्रिया को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं। 

बैगनी रंग का प्रकीर्णन सर्वाधिक होने के कारण आकाश नीला दिखाई देता है और लाल रंग का प्रकीर्णन कम होने के कारण डूबता तथा उगता सूर्य लाल दिखाई देता है। उल्लेखनीय है कि किसी रंग का प्रकीर्णन उसकी तरंगदैर्ध्य पर निर्भर करता है। तरंगदैर्ध्य कम होने पर प्रकीर्णन अधिक होता है जबकि अधिक तरंगदैर्ध्य का प्रकीर्णन कम होता है।


किसने 'क्रिप्स मिशन' को दिवालिया बैंक के नाम अगली तारीख का चैक की संज्ञा दी?

(a) जवाहर लाल नेहरू

(b) मोहन दास गाँधी

(c) फिरोजशाह मेहता

(d) सुभाष चन्द्र बोस

उत्तर- b


आकाश नीला लगता है, क्योंकि -

(a) सूर्य के प्रकाश में नीला रंग और रंगों से अधिक है।

(b) लघु तरंग दीर्घ तरंगों की अपेक्षा वायुमण्डल द्वारा अधिक प्रकीर्णन होती है।

(b) नीला रंग नेत्र की अधिक सुग्राही है

(d) वायुमण्डल दीर्घ तरंगदैर्ध्य को लघु तरंगदैर्ध्य की अपेक्षा अधिक अवशोषित करता है

उत्तर - d

समुद्र के नीले प्रतीत होने का प्रमुख कारण नीले रंग के प्रकाश का जल में प्रकीर्णित होना। इसके साथ ही सूर्य का प्रकाश जब जल पर पड़ता है तो नीला प्रकाश प्रकीर्णित होकर चारों ओर फैल जाता है और जल का रंग नीला दिखने लगता है।


रोगियों के दाँत देखने में दन्त-चिकित्सकों द्वारा प्रयुक्त दर्पण होता है -

(a) उत्तल

(b) अवतल

(c) समतल

(d) उपरोक्त में से कोई नहीं

उत्तर-(b)


UPPCS (Pre.) Re-exam. 2015


व्याख्या : अवतल दर्पण एक गोलाकार दर्पण है, जिसके उभरे हुए तल पर पॉलिश की हुई होती है तथा अंदर का तल परावर्तक होता है। इसके द्वारा प्रतिबिम्ब दर्पण के सामने और वस्तु से बड़ा बनता है इसलिए इस दर्पण का प्रयोग दन्त चिकित्सकों द्वारा किया जाता है।

राजस्थान का राज्य पक्षी कौन सा है?

(q) गोडावन

(b) मोर

(c) गिद्ध

(d) सारस

उत्तर- a


दन्त विशेषज्ञ का शीशा होता है?

(a) वर्तुलाकार शीशा

(b) नतोदर शीशा

(c) उन्नतोदर शीशा

(d) सादा शीशा

उत्तर-(b)


कार के पीछे आने वाले यातायात को देखने के लिए निम्नलिखित प्रकार के दर्पणों में से किसका उपयोग होता है?

(a) उत्तल दर्पण का

(b) अवतल दर्पण का

(c) समतल दर्पण का

(d) गोलीय दर्पण का

उत्तर-(a)

व्याख्या : उत्तल/उन्नतोदर अभिसारी (Convex) दर्पण द्वारा प्रतिबिम्ब आभासी, सीधे एवं वस्तु से छोटे बनते हैं। इसके द्वारा काफी बड़े क्षेत्र की वस्तुओं का प्रतिबिम्ब एक छोटे से क्षेत्र में बन जाता है। इस प्रकार उत्तल दर्पण का दृष्टि क्षेत्र अधिक होता है। इसलिये इसका प्रयोग वाहनों में पीछे के यातायात के दृश्यावलोकन के लिए किया जाता है।

कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष कौन थे?

(a) व्योमेश चन्द्र बनर्जी

(b) सुरेन्द्रनाथ बैनर्जी

(c) बदरुद्दीन तैयबजी

(d) फिरोज़शाह मेहता

उत्तर- a

एक दर्पण जिससे काफी अधिक चौड़े क्षेत्र का अवलोकन होता है अवश्य ही होगा एक

(a) सादा दर्पण

(b) नतोदर दर्पण

(C) उन्नतोदर दर्पण

(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर-(c)

मानव की सामान्य स्वस्थ आँख के लिये स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी मानी जाती है :

(a) 50 सेमी

(b) 10 सेमी

(c) 15 सेमी

(d) 25 सेमी

उत्तर- (d)

व्याख्या : मानव की सामान्य रूप से स्वस्थ आँख के लिए स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी 25 सेमी. मानी जाती है नेत्र के सामने की वह निकटतम दूरी जहाँ पर रखी वस्तु नेत्र को स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, नेत्र की स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी कहलाती हैं।

पानी में हवा का बुलबुला वैसे ही काम करेगा जैसे करता है-

(a) उत्तल दर्पण

(b) उत्तल लेन्स

(c) अवतल दर्पण

(d) अवतल लेन्स

उत्तर-(d)


(I.A.S. (Pre) G.S. 1995)

व्याख्या : कोई लेंस जब ऐसे माध्यम में डुबोया जाता है जिसका अपवर्तनांक लेंस के पदार्थ के अपवर्तनांक से अधिक हो तो उस लेंस की प्रकृति उलट जाती है अर्थात् उत्तल लेंस अवतल लेंस की तरह और अवतल लेंस उत्तल लेंस की भांति व्यवहार करने लगता है। वायु का बुलबुला उत्तल लेंस की तरह होता है। यह पानी में डूबा हुआ है। चूँकि पानी का अपवर्तनांक (n=1.3), वायु के अपवर्तनांक (n =1) से अधिक होता है अत: यह हवा का बुलबुला पानी में अवतल लेंस की भाँति व्यवहार करता है।


पानी के अन्दर हवा का एक बुलबुला किस तरह बर्ताव करता है?

(a) एक उत्तल लेंस

(b) एक अवतल लेंस

(c) एक समतल प्लेट

(d) इनमें से कोई नहीं

उत्तर-(b)

अपसारी लेंस, अवतल लेंस को कहते हैं। अवतल लेंस पर गिरने वाली किरणें लेंस के दोनों पृष्ठों से अपवर्तित होकर मुख्य अक्ष के बाहर की ओर मुड़ जाती है तथा फैलती हुई प्रतीत होती है। इस कारण अवतल लेंस को अपसारी लेंस कहते हैं। वहीं उत्तल लेंस को अभिसारी लेंस कहते हैं।


शरीर के अंदर के अंगों को देखने के लिए डॉक्टर एक एण्डोस्कोप का उपयोग करते हैं। यह निम्न सिद्धांत पर आधारित है

(a) प्रकाश का अपवर्तन

(b) प्रकाश का परावर्तन

(c) प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन

(d) प्रकाश का वर्ण विक्षेपण

उत्तर-(c)

व्याख्या : प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है जो विद्युत चुम्बकीय तरंगों के रूप में संचारित होती है। इसका ज्ञान हमें आँखों द्वारा प्राप्त होता है, शरीर के अंदर के अंगों को देखने के लिए डॉक्टर एण्डोस्कोप का प्रयोग करता है यह प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन के सिद्धांत पर कार्य करता है।

 'पारितंत्र' शब्द का गठन किसने किया?

(a) हीकल

(b) हमबोल्ट

(c) टेंसले

(d) ओडम

उत्तर- (c)

डॉक्टरों द्वारा मरीजों के उदर के अन्दर का परीक्षण "एन्डोस्कोप" द्वारा किया जाता है, जो निम्न से किस सिद्धान्त पर कार्य करता है?

(a) प्रकाश के परावर्तन

(b) प्रकाश का विसर्जन

(c) प्रकाश के सकल आन्तरिक परावर्तन

(d) प्रकाश के अपवर्तन

उत्तर-(c)

पूर्ण आंतरिक परावर्तन होता है जब प्रकाश जाता है -

(a) हीरे से काँच में

(b) जल से काँच में

(c) वायु से जल में

(d) वायु से कांच में

उत्तर-(a)

नीचे दो वक्तव्य दिए गए हैं जिनमें से एक को कथन (A) और दूसरे को कारण (R) कहा गया है -

कथन (A) : हीरा अपने ही आकार के अनुकारी काँच से अधिक झिलमिलाता है।

कारण (R) : हीरे का अपवर्तनांक (Refractive Index) काँच के अपवर्तनांक से कम होता है।

उपर्युक्त दोनों वक्तव्यों के संदर्भ में निम्नलिखित में सेकौन-सा सही है?

(a) A और R दोनों सही हैं तथा A की सही व्याख्या R करता है

(b) A और R दोनों सही हैं परन्तु A की सही व्याख्या R नहीं करता है

(c) A सही है परन्तु R गलत है

(d) A गलत है परन्तु R सही है

उत्तर-(c)


व्याख्या : हीरे की झिलमिलाहट अधिक अपवर्तनांक के कारण होती है परिणामस्वरूप इसका क्रान्तिक कोण (Critical angle) कम हो जाता है तथा इसके विभिन्न बिन्दुओं से प्रकाश का पूर्ण आन्तरिक परावर्तन हो जाता है। यही कारण है कि हीरा अपने ही आकार के अनुकारी काँच से अधिक झिलमिलाता है। हीरा का अपवर्तनांक साधारण काँच से बहुत अधिक होता है।

हीरा का अपवर्तनांक = 2.42 तथा काँच का अपवर्तनांक = 1.5


जल के अंदर वायु का बुलबुला व्यवहार करता है -

(a) द्विफेसी लेन्स जैसा 

(b) अभिसारी लेन्स जैसा

(c) अपसारी लेन्स जैसा

(d) शंक्वाकार लेन्स जैसा

उत्तर-c


भारत का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान कौन सा है?

(1) बेंगलूरू

(2) मैसूर

(3) श्रीनगर

(4) मासिनराम

उत्तर- (4)

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