बाल विकास के महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बाल विकास के महत्वपूर्ण वस्तुनिष्ठ प्रश्न


'प्रयोजना विधि' के प्रतिपादक हैं-

(1) दुर्खीम

(2) प्लेटो

(3) किलपैट्रिक

(4) सुकरात

उत्तर- (3)


'खेल शिक्षण विधि' के प्रतिपादक कौन हैं?

(1) सुकरात

(2) फ्रॉबेल

(3) किलपैट्रिक

(4) अरस्तू

उत्तर- (2)


निम्नलिखित में से कौनसी विशेषता बालकों के संवेगों की विशेषता है- 

(1) ये क्षणिक होते हैं।

(2) ये तीव्र नहीं होते।

(3) ये व्यवहार में परिलक्षित नहीं होते।

(4) ये लम्बे समय तक रहते हैं।

उत्तर- (1)


'राष्ट्रीय दृष्टि बाधितार्थ संस्थान (NIVH)' स्थित है-

(1) शिमला में

(2) कोलकाता में

(3) देहरादून में

(4) दिल्ली में

उत्तर- (3)


थर्स्टन की अभिवृत्ति मापनी कहलाती है-

(1) सम अंतराल मापनी

(2) संकलित मापनी

(3) सामाजिक दूरी मापनी

(4) संचयी मापनी

उत्तर- (1)

Multiple factor theory


बुद्धि के समूह कारक (तत्व). (Multiple factor theory) सिद्धांत के प्रणेता (प्रवर्तक) हैं

(1) थार्नडाइक (Thorndike)

(2) थर्स्टन (Thurston)

(3) स्पीयरमैन (Spearman)

(4) थामसन (Thomson)

उत्तर- (2)


विभिन श्रेणी के मंदित बालकों को दर्शायी गई सही औसत बुद्धि का चयन कीजिए-

(1) मंद बुद्धि - 10 से 25

(2) हीन बुद्धि - 26 से 49

(3) दुर्बल बुद्धि - 50 से 59

(4) पिछड़ा बालक - 80 से 81

उत्तर- (4)


'संवेगात्मक बुद्धि : बुद्धिलब्धि से अधिक महत्वपूर्ण क्यों ', पुस्तक के लेखक हैं

[व्याख्याता-2014)

(1) पीटर सेलावे

(2) जॉन मेयर

(3) डेनियल गोलमेन

(4) नेन्सी गिब्स

उत्तर- (3)


निम्नलिखित में से कौनसा चोरी का कारण नहीं हो सकता-

(1) रुचि

(2) अभिभावकों का नियंत्रण व अनुशासनं

(3) अभिक्षमता

(4) आदत

उत्तर- (2)


निम्न में से किन मनोवैज्ञानिकों ने संवेगात्मक बुद्धि पर काम किया?

(1) हावर्ड गार्डनर

(2) डेनियल गोलमेन

(3) जॉन डी मेयर व पीटर सालवे

(4) उपरोक्त सभी

[व्याख्याता-2014)

उत्तर- (4)


'बुद्धि इन चार शब्दों में निहित है-ज्ञान, आविष्कार, निर्देश, आलोचना।' यह कथन किस मनोवैज्ञानिक का है?

(1) स्पियरमैन

(2) थार्नडाइक

(3) रायबर्न

(4) अल्फ्रेड बिने

उत्तर- (4)


संवेगात्मक बुद्धि को लोकप्रिय बनाने का श्रेय किसको जाता है-

(1) डेनियल गोलमैन

(2) जॉन डी. मेयर

(3) पीटर

(4) सेलावे

उत्तर- (1)


निम्न में से कौनसा ब्रूनर के सिद्धान्त में नहीं है ?

(1) नवीन ज्ञान अथवा सूचना का ग्रहण करना।

(2) अर्जित ज्ञान का रूपान्तरण

(3) ज्ञान की पर्याप्तता की जांच

(4) ज्ञान की अपर्याप्तता की जांच

उत्तर- (4)


गोलमेन का नाम जाना जाता है :

(1) बुद्धि के सिद्धान्त के लिए

(2) आध्यात्मिक बुद्धि के लिए

(3) सांवेगिक बुद्धि के लिए 

(4) सामाजिक बुद्धि के लिए

उत्तर- (3)


ब्रूनर के अनुसार निम्न में से कौनसा शिक्षण सिद्धान्त नहीं है?

(1) औपचारिक शिक्षण सिद्धान्त

(2) अनौपचारिक शिक्षण

(3) वर्णात्मक शिक्षण सिद्धान्त

(4) प्रामाणिक सिद्धान्त

उत्तर- (2)


पियाजे के अनुसार किशोरावस्था में संज्ञानात्मक विकास की कौनसी अवस्था प्रारम्भ होती है?

(1) पूर्व कार्यात्म अवस्था

(2) अनौपचारिक शिक्षण

(3) संवेदीगामक अवस्था

(4) प्रामाणिक सिद्धान्त

उत्तर- (2)


निम्न में से कौनसी शिक्षण सिद्धान्त की एक विशेषता नहीं है?

(1) सीखने की उत्सुकता

(2) ज्ञान की संरचना

(3) क्रमशीलता का अभाव

(4) पुष्टिकरण

उत्तर- (3)


मनोविज्ञान के किस सम्प्रदाय में तथ्यात्मक एवं वस्तुनिष्ठ विधियों के अध्ययन उपयोग पर बल दिया है:

(1) मनोविश्लेषणवाद

(2) संरचनात्मकवाद

(3) व्यवहारवाद

(4) संज्ञानवाद

उत्तर- (3)


किसी समुदाय में आसानी से संबंध बनाने व समायोजित होने की क्षमता कहलाती है-

(1) बौद्धिक क्षमता

(2) आध्यात्मिक क्षमता

(3) अभिक्षमता

(4) सांवेगिक बुद्धि

उत्तर- (4)


परिवार बच्चे को निम्न प्रकार से शिक्षा देता है-

(1) औपचारिक रूप में

(2) अनोपचारिक रूप में

(3) जानबूझकर

(4) नियमित रूप से

उत्तर- (2)

[व्याख्याता-2014)


रेनजुली प्रतिभाशाली की अपनी .........परिभाषा के लिए जाने जाते हैं।

[CTET (L-II) 21 Sept. 20147

(1) चार-पंक्तियों (टीयर) 

(2) चार स्तरीय

(3) त्रि-वृत्तीय

(4) त्रि-मुखीय

उत्तर- (3)


वैयक्तिक भिन्नता का क्या अर्थ है?

[UPTET (L-1) 22 Feb., 2014]

(1) दो व्यक्तियों में शारीरिक भिन्नता होना।

(2) कोई दो व्यक्ति शारीरिक, मानसिक योग्यता और संवेगात्मक दशा में समान और एक जैसे नहीं होते हैं।

(3) कोई दो व्यक्ति शारीरिक और मानसिक योग्यता में समान और एक जैसे होते हैं।

(4) उपरोक्त में से कोई नहीं।

उत्तर- (2)


दुर्बलीकरण बाधा है- [HTET (L-II) 2 Feb., 2014]

(1) शारीरिक स्तर पर

(2) कार्यात्मक स्तर पर

(3) सामाजिक स्तर पर 

(4) शैक्षिक स्तर पर

उत्तर- (2)


मानसिक स्वास्थ्य के सम्प्रत्यय की पूर्ण जानकारी एक शिक्षक को योग्य बनाती है-

[व्याख्याता-2014]

(1) अन्य विद्यार्थियों से अंत: क्रिया में

(2) उपयुक्त शिक्षण व्यूह रचना चयन में

(3) विद्यार्थियों के अवांछित व्यवहार में गहन सूझ विकसित करने में

(4) विषय-वस्तु के संप्रत्यय स्पष्टीकरण में

उत्तर- (3)


कुसमायोजित व्यक्ति कहलाते हैं, जो-

[व्याख्याता समाजशास्त्र-2014]

(1) अधिकतर अनुचित ढंग से द्वन्द्वात्मक स्थिति का सामना करते हैं।

(2) समाज विरोधी गतिविधि में सहभागिता रखते हैं।

(3) द्वन्द्व को दूर करने में असमर्थ होते हैं।

(4) उपरोक्त सभी।

उत्तर- (4)


विभेदकारी परीक्षण अंतर करता है-

[CG TET-Level-11 2014]

(1) कमजोर विद्यार्थियों में

(2) सामान्य विद्यार्थियों में

(3) प्रतिभाशाली विद्यार्थियों में

(4) उपर्युक्त सभी

उत्तर- (4)


प्रतिभाशाली शिक्षार्थियों के लिए- 

[CG TET-Level-11 2014)

(1) अभिक्षमता को कौशल के रूप में समझना सही है।

(2) प्रगति के निरीक्षण करने की आवश्यकता नहीं है।

(3) शिक्षक को अनुकूलन करना चाहिए, जैसे शिक्षार्थी में बदलाव आता है।

(4) शिक्षक को पहल करनी चाहिए और समस्या समाधान में मुख्य भूमिका निभानी चाहिए।

उत्तर- (3)


कक्षा में भावी अनुशासन के लिए अध्यापक को चाहिए-

व्याख्याता-2014

(1) छात्रों को जो चाहे करने दे।

(2) छात्रों के साथ कठोर-व्यवहार करे

(3) छात्रों को कुछ समस्याएँ हल करने को दे

(4) उनसे नरमी व दृढ़ता का व्यवहार करे ।

उत्तर- (3)


व्यक्तिगत भिन्नता का ज्ञान अध्यापक को मदद करता है-

(द्वितीय श्रेणी शिक्षक-2014)

(1) कक्षा में अनुशासन बनाए रखने में

(2) छात्रों के गृहकार्य के मूल्यांकन में

(3) शिक्षण अधिगम क्रियाओं की योजना बनाने में

4) कक्षा में आवश्यक व्यवस्था बनाए रखने में

उत्तर- (3)


सृजनात्मकता के बारे में क्या गलत है?

[HTET (L-II) 2 Feb., 2014]

(1) सृजनात्मकता तथा बुद्धि सदैव साथ-साथ चलते हैं।

(2)  सृजनात्मकता में लचीलापन होता है।

(3) सृजनात्मकता सार्वभौमिक प्रत्यय है।

(4) सृजनात्मकता में अहम् का समावेश होता है।

उत्तर- (1)


व्यक्तिगत विभिन्नताओं का क्षेत्र है-

[HTET-Level-II-2014)

(1) लिंग-भेद

(2) शारीरिक रचना

(3) मानसिक योग्यताएँ 

(4) ये सभी

उत्तर- (4)


अच्छे मानसिक स्वास्थ्य का संकेतक है- 

(1) दूसरों की आलोचना करना

(2) संवेगों पर नियंत्रण रखना

(3) अपनी बात पर अड़े रहना

(4) दिवास्वप्न देखना

उत्तर- (2)

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