राजस्थान में उत्पादित वस्तुओं को मिला जीआई टैग

 

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  • GI (भौगोलिक संकेत) टैग, उन उत्पादों पर उपयोग किया जाने वाला एक संकेत है जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है और उस मूल के कारण गुण या प्रतिष्ठा होती है।
  • GI के रूप में कार्य करने के लिए, एक संकेत को किसी उत्पाद को किसी दिए गए स्थान पर उत्पन्न होने के रूप में पहचानना चाहिए। इसके अलावा उत्पाद के गुण, विशेषताएं या प्रतिष्ठा मूल रूप से मूल स्थान के कारण होनी चाहिए।
  • क्योंकि गुण उत्पादन के भौगोलिक स्थान पर निर्भर करते हैं, इसलिए उत्पाद और उसके उत्पादन के मूल स्थान के बीच एक स्पष्ट संबंध होता है। 

राजस्थान में निम्नलिखित उत्पादों को जीआई टैग मिल चुका है-
1. बगरू हैंड ब्लॉक प्रिंट
2. ब्लू-पॉटरी, जयपुर
3. ब्लू-पॉटरी, जयपुर (रेनवाल)
4. कठपुतली
5. कठपुतली (लोगो)
6. कोटा डोरिया
7. कोटा डोरिया (लोगो)
8. मोलेला क्ले वर्क
9. सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग
10. थेवा आर्ट वर्क
11. मोलेला क्ले वर्क (लोगो)
12. फुलकारी
13. पोकरण पॉटरी
14. बीकानेरी भुजिया
15. मकराना मार्बल
16. सोजत मेहंदी

  • राज्य के चित्तौड़गढ़ का अकोला दाबू प्रिंट, भरतपुर का भुसावर अचार-मुरब्बा, झुंझुनूं का खेतड़ी का अचार एवं चिड़ावा का पेडा, अजमेर का किशनगढ़ पेंटिंग, अलवर का कलाकंद, उदयपुर का ग्रीन मार्बल, श्रीगंगानगर का किन्नू, कोटा का कोटा स्टोन, टोंक का नमदा, राजसमंद का नाथद्वारा की पिछवाई, भीलवाड़ा की फड़, जयपुर का पंजा दरी एवं जयपुरी, बीकानेर का उस्ता कला, जैसलमेर का येलो स्टोन हेतु जीआई आवेदन प्राप्त हुए हैं।
  • राज्य में उत्पादित/निर्मित होने वाली वस्तुओं को विशेष पहचान दिलाने के उद्देश्य से उद्योग विभाग द्वारा भारत सरकार के Geographical indication Registry, Chennai में निम्नलिखित उत्पादों के लिए आवेदन प्रस्तुत किए गए हैं-


1.
चित्तौड़गढ़ - अकोला दाबू प्रिंट
2.
भरतपुर - भुसावर अचार-मुरब्बा
3.
अलवर - कलाकंद
4.
उदयपुर - ग्रीन मार्बल
5.
श्रीगंगानगर - किन्नू
6.
जैसलमेर - येलो स्टोन
 

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