गरबा यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल

गरबा यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल

यूनेस्को की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल 
भारत की विरासत

गरबा (Garba) 


गुजरात के प्रसिद्ध पारंपरिक लोक नृत्य गरबा को यूनेस्को की मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (आइसीएच) सूची में शामिल किया गया है।

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की ओर से बोत्सवाना के कसाने में आइसीएच के अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन में 06 दिसंबर, 2023 को इसकी घोषणा की गई।
भारत की ओर से आइसीएच की सूची में शामिल होने वाला गरबा 15वां एलिमेंट है।
यह उपलब्धि सामाजिक और लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने वाली एक एकीकृत शक्ति के रूप में गरबा की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है।
एक नृत्य शैली के रूप में गरबा धार्मिक और भक्ति की जड़ों में गहराई से समाया हुआ है, जिसमें सभी क्षेत्रों के लोग शामिल हैं।
यूनेस्को की धरोहर सूची में शामिल भारत की अन्य अमूर्त सांस्कृतिक विरासत:

वर्ष 2008
कुटियाट्म, संस्कृत रंगमंच, केरल
वैदिक मंत्रोच्चारण
रामलीला

वर्ष 2009
रम्माण, भारत के गढ़वाल हिमालय का धार्मिक त्योहार और अनुष्ठान रंगमंच

वर्ष 2010
छाऊ नृत्य, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा
कालबेलिया, राजस्थान
मुदियेट्टू, केरल

वर्ष 2012
लद्दाख में बौद्ध जप

वर्ष 2013
संकीर्तन, मणिपुर

वर्ष 2014
जंडियाल गुरु, बर्तन बनाने का पारंपरिक पीतल और तांबे का शिल्प, पंजाब

वर्ष 2016
नवरोज, योग

वर्ष 2017
कुंभ मेला

वर्ष 2021
दुर्गा पूजा, बंगाल

Post a Comment

0 Comments